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होली पर संभलकर करें एटीएम का यूज, अकाउंट हो सकता है निल

अगर आप भी होली के अवसर पर एटीएम का यूज कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि सभी बड़े शहरों में कार्ड क्लोनिंग गिरोह एक्टीव है.

Updated on: 14 Mar 2024, 12:47 PM

highlights

  • एटीएम मशीनों पर स्पाई कैमरा लगाकर जान रहे डेबिट कार्डों की डिटेल्स
  • खातों के बैलेंस जान अकाउंटों में लगा रहे सेंध 
  • साइबर सेल ने सतर्क रहने के लिए लोगों से की अपील 

 

नई दिल्ली :

Alert: होली की मस्ती में लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी है. क्योंकि होली के सिर्फ 10 दिन ही शेष बचे हैं. ऐसे में एटीएम का यूज अगर आप कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि एटीएम यूज में आपकी वर्षों की कमाई भी खाली हो सकती है. साइबर सेल से मिली जानकारी के मुताबिक ठग मशीन में कार्ड स्वैप करने वाले स्थान पर अतिरिक्त स्लाट स्कीमर और पासवर्ड के लिए स्पाई कैमरा लगाकर कार्ड की डिटेल जान ले रहे हैं. क्योंकि कार्ड लेकर डिटेल जानने का जमाना अब पुराना हो चुका है. इसलिए ठगों ने नया तरीका इजाद किया है. कैमरा लगाकर  कार्ड का क्लोन तैयार कर जालसाजों द्वारा रकम निकलने के कई मामले सामने आ चुके हैं.  साइबर सेल सहित क्राइम ब्रांच ने भी यूजर्स को सावधानी बरतने की सलाह दी है. 

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डिजिटली ठग हुए सक्रिय 
ठग पहले एटीएम में गड़बडी की बात कहकर ग्राहकों को झांसा देते थे. साथ ही उनका कार्ड लेकर उसका फोटो आदि ले लेते थे. लेकिन अब ठगी का तरीका बदल गया है.  जानकारी के मुताबिक अब डिजिटली ठगों द्वारा उनके द्वारा मशीन में अतिरिक्त स्लाट और स्पाई कैमरा लगाकर ग्राहक की पूरी डिटेल हांसिल कर ली जाती है. इसके बाद जिस खाते में पैसा होता है, उसे खाली कर दिया जाता है. साइबर सेल व लोकल पुलिस थानों में ऐसी  कई शिकायतें आ रही हैं. जिसके बाद सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. क्योंकि आपकी जरा सी भूल पछताने पर मजबूर कर सकती हैं. 

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
साइबर एक्सपर्ट अनुपम बताते हैं कि मशीन में कार्ड स्वैप करने वाले स्थान पर स्कीमर डिवाइस लगा दी जाती है. एटीएम की स्क्रीन और की बोर्ड पर नजर रखने के लिए केबिन में स्पाई कैमरा फिट कर दिया जाता है. जब ग्राहक मशीन में अपना कार्ड स्वैप करता है तो डिवाइस कार्ड को स्कैन कर लेती है. साथ ही केबिन में लगा कैमरा स्क्रीन और पासवर्ड रिकार्ड कर लेता है. इस तरह से जालसाज सैंकड़ों कार्ड की डिटेल एकत्र कर लेते हैं. साथ ही जिस भी खाते में सबसे ज्यादा पैसा होता है. उसे पहले खाली किया जाता है.  उसके बाद कम पैसे वाले अकाउंट्स को निशाना बनाया जाता है. 
 

ये बरतें सावधानी 
नेट या मोबाइल बैकिंग का इस्तेमाल किसी के सामने न करें, क्योंकि बैंक कभी ट्रांजेक्शन पासवर्ड नहीं पूछता
किसी के पर्सनल सवालों जैसे पासवर्ड, या जन्म की तारीख से जुड़े सवालों का जवाब न दें 
किसी अपरिचित के हाथों में एटीएम न थमाएं.