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हाथी पर पड़े ज़्यादा वोट तो हिलेरी को लगेगी चोट

मंगलवार 8 नवंबर को अमेरिकी अपने नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट करने वाले हैं और अभी भी कांटे की लड़ाई दिख रही है।

Updated on: 07 Nov 2016, 03:40 PM

नई दिल्ली:

मंगलवार 8 नवंबर को अमेरिकी अपने नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट करने वाले हैं और अभी भी कांटे की लड़ाई दिख रही है। हिलेरी क्लिंटन भले ही रेटिंग्स में थोड़ा आगे हों लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप की लोकप्रियता भी कम नहीं है। इस रेस में हाथी आगे निकलेगा या गधा, ये बात 9 की सुबह से साफ़ होनी शुरू हो जाएगी।

पिछली कड़ी में हमने आपको बताया था कि डेमोक्रटिक पार्टी के चुनाव चिह्न 'गधा' क्यों हैं। आज जानते हैं कि रिपब्लिकन पार्टी का चुनाव चिह्न हाथी कैसे अस्तित्व में आया और आखिर क्या है इसका इतिहास।

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रिपब्लिकन पार्टी की स्थापना 1854 में हुई और इसके छः साल बाद अब्राहम लिंकन व्हाइट हाउस पहुँचने वाले पहले रिपब्लिकन बने। इसी वक़्त अमेरिका में सिविल वॉर शुरू हुआ और कम से कम एक राजनीतिक कार्टून देखा गया, जिसमें हाथी का चित्रण था। सैनिकों में ये बात लोकप्रिय थी कि अगर उन्हांने हाथी देख लिया है तो भिड़ंत होने ही वाली है।

हालांकि इस चिह्न को तब तक भारी लोकप्रियता नहीं मिली, जब तक थॉमस नास्ट ने इसका इस्तेमाल रिपब्लिकनों के लिए करना शुरू नहीं कर दिया। 1870 के दशक में ही कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट ने चुनाव चिह्न के रूप में गधे को भी लोकप्रिय बनाने में मदद की थी। 

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नास्ट राजनीतिकों कार्टूनों के पितामह माने जाते हैं और उन्होंने हार्पर्स वीकली कार्टून में हाथी का कार्टून बनाया. ये काफी लोकप्रिय हुआ और 1880 आते-आते बहुत सारे कार्टूनिस्ट इस चिह्न का इस्तेमाल करने लगे. बाद में यही रिपब्लिकन पार्टी का चुनाव चिह्न हो गया.