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Uttarakhand Fire: उत्तराखंड में आग का तांडव, बागेश्वर में भी उठ रहा धुआं...बेजुबानों पर संकट

Uttarakhand Fire: बागेश्वर जिले की डीएम अनुराधा पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि खेत में पराली जलाने और नियमों का उल्लघंन करने के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी

Updated on: 06 May 2024, 03:51 PM

New Delhi:

Uttarakhand Fire: देवभूमि में शुरू हुआ आग का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रचंड रूप ले चुकी आग की वजह से प्रदेश में आज यानी सोमवार 910 घटनाएं हो चुकी हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक आग उत्तराखंड के 1145 हेक्टेयर जंगल को अपनी चपेट में ले चुकी है. इस दौरान चार लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है और करीब 26 लाख रुपए की वन संपदा का नुकसान रिकॉर्ड किया गया है. हालात इतने खराब हैं कि बेजुबान जानवर भी अब आग का शिकार हो रहे हैं. हालांकि आग की वजह से अभी तक कितने जानवर मारे गए हैं, इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है. 

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सरकार ने सभी जिलों के डीएम को सख्त निर्देश जारी किए

आग की घटना को देखते हुए सरकार ने सभी जिलों के डीएम को सख्त निर्देश जारी किए हैं. आदेश में कहा गया कि अगर कोई भी व्यक्ति जंगल में आग लगाता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. प्रदेश सरकार से मिली जानकारी के अनुसार आग पर नियंत्रण पाने के लिए सरकारी अमले के अलावा करीब 1500 से ज्यादा स्थानीय लोग जुटे हुए हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस आग में लगभग 427 पेड़ जलकर खाक हो चुके हैं. एक गढ़वाल में अभी तक 183 आरक्षित फॉरेस्ट एरिया और सिविल और वन पंचायत एरिया में 172 आग लगने के मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा कुमाऊं में 343 रिजर्व फॉरेस्ट एरिया और सिविल में 139 आग लगने की मामले रिकॉर्ड किए गए. 

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पराली व झाड़ झाड़ियों जलाने पर रोक लगाई गई

आग को लेकर राज्य में अलर्ट जारी किया गया है. पराली व झाड़ झाड़ियों जलाने पर रोक लगाई गई है. बागेश्वर जिले की डीएम अनुराधा पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि खेत में पराली जलाने और नियमों का उल्लघंन करने के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए फॉरेस्ट और पुलिस डिपार्टमेंट को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.