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Mukhtar Ansari death:'हमारे लिए होली', मुख्तार की मौत पर बोलीं दिवंगत कृष्णानंद राय की पत्नी अलका

मुख्तार अंसारी की मौत पर दिवंगत कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने कहा कि, उन्हें अब न्याय मिला है. उनके लिए आज होली है.

Updated on: 29 Mar 2024, 01:09 PM

नई दिल्ली :

Mukhtar Ansari Death: जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार यानी 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में मौत हो गई. अंसारी को 2005 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai Murder) की हत्या के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई गई थी. मुख्तार की मौत की खबर पर, कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय (Alka Rai on Mukhtar Ansari death) ने कहा कि, उन्हें अब न्याय मिला है. यह सर्वशक्तिमान का आशीर्वाद है. एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए अलका बोलीं कि, ''मैं क्या कह सकती हूं? यह ऊपरवाले का आशीर्वाद है. मैं उनसे न्याय के लिए प्रार्थना करती थी और आज न्याय मिल गया है."

उन्होंने कहा कि, उनके पति की मृत्यु के बाद उन्होंने कभी होली नहीं मनाई. मगर उनके लिए आज का दिन होली है. उन्होंने कहा कि, "देखने लायक क्या है? यह उन बच्चों के लिए खुशी का दिन है जो अनाथ हो गए हैं, क्योंकि एक अपराधी को धरती से हटा दिया गया है." वहीं अलका राय ने विपक्षी दलों द्वारा अंसारी की मौत पर सवाल उठाने पर भी प्रतिक्रिया दी, उन्होंने कहा कि, ''यह गलत बात है.'' दूसरी ओर कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने भी मुख्तर की मौत पर कहा कि, ''मुझे और मेरी मां को बाबा विश्वनाथ और बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद मिला है.'' 

दावा.. मुख्तार को दिया जहर

गौरतलब है कि, अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजल अंसारी (Afzal Ansari) ने मीडिया को बताया था कि, मुख्तार ने कहा कि जेल में उन्हें खाने में जहरीला पदार्थ दिया गया है. ऐसा दूसरी बार हुआ था. करीब 40 दिन पहले भी उसे जहर दिया गया था. फिर हाल ही में 19 मार्च और 22 मार्च को उन्हें फिर से जहर दिया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई.

हालांकि अस्पताल वालों का कहना है कि मुख्तार की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट था, लेकिन उसके बेटे और भाई ने जांच की मांग की है, क्योंकि उनका मानना ​​है कि जेल में रहने के दौरान उन्हें जहर दिया गया था. 

अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात

इस मामले में अबतक मिली अपडेट के अनुसार, आज यानी शुक्रवार को मुख्तार का अंतिम संस्कार होना है. लिहाजा सुरक्षा के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने वाले निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. साथ ही बांदा, मऊ, गाज़ीपुर और वाराणसी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.