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भारत-चीन में तनाव के बीच नोएडा में 2 बड़ी चीनी मोबाइल कंपनियों में काम बंद

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी है. देश के अंदर भी चीन के खिलाफ लोगों में गुस्सा भरा हुआ है.

Updated on: 23 Jun 2020, 03:53 PM

नोएडा:

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी है. देश के अंदर भी चीन के खिलाफ लोगों में गुस्सा भरा हुआ है. लगातार पूरे भारत में चीन विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं तो चीनी सामानों का बहिष्कार भी किया जा रहा है. इन हालात को देखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा में चीन की दो बड़ी मोबाइल कंपनियों के कंस्ट्रक्शन को बंद कर दिया गया है.

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बता दें कि ग्रेटर नोएडा में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में चीन की दो बड़ी मोबाइल कंपनी ओप्पो और वीवो हैं. दोनों चाइना मोबाइल कंपनियों को 2018 में टेंडर दिया गया था, जिसका काम 2019 के बाद शुरू हुआ. मई में फैक्ट्री पर काम को दोबारा शुरू किया गया, लेकिन लद्दाख में चीन की नापाक हरकतों के बाद यहां के स्थानीय लोग गुस्से से बौखलाएं हैं.

इलाके के लोगों ने चीनी कंपनियों की फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन कर गेट तोड़ दिया. मोबाइल कंपनी के ठेकेदार नरेंद्र भाटी बताते हैं कि पहले कोरोना वायरस और अब इंडिया चाइना के बीच तनाव के चलते फ़ैक्ट्री का काम बंद कर दिया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि लगभग 4000 लोग यहां काम करते हैं, लेकिन डर की वजह से काम बंद कर दिया है.

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उल्लेखनीय है कि बीते दिनों भारत-चीन सीमा पर बढते तनाव और भारतीय सैनिकों की शहादत से आक्रोशित हिंदू रक्षा दल के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ओप्पो मोबाइल कंपनी के बाहर प्रदर्शन किया था. हालांकि उसके बाद पुलिस ने हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 30 लोगों के खिलाफ लॉकडाउन और धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया था.

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