logo-image
लोकसभा चुनाव

Punjab: पंजाब को नशा मुक्त बनाने का अभियान शुरू, CM मान के साथ 35 हजार युवाओं ने की अरदास

Punjab News : पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए आज एक मुहिम शुरू हो गई है. सीएम भगवंत मान के साथ हजारों की संख्या में युवाओं ने बुधवार को अरदास की और नशा मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया.

Updated on: 18 Oct 2023, 07:38 PM

अमृतसर:

Punjab News : पंजाब के सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में हजारों की संख्या में युवाओं ने पूरी तरह से पंजाब को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया. उन्होंने श्री हरिमंदिर साहिब में आयोजित अरदास में हिस्सा लिया. सीएम मान के साथ अरदास में शामिल हुए पीली पगड़ियां, पटके और चुननियों से सजे 35 हजार नौजवानों ने परमात्मा के सामने माथा टेका और प्रार्थना की कि पंजाब से इस कुरीतियों को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से अमृतसर से शुरू की गई इस पवित्र मिशन की कामयाबी के लिए बल प्रदान करें. दरबार साहिब में अरदास की रस्म ग्रंथी सिंह बलजीत सिंह ने निभाई है. 

यह भी पढे़ं : Modi Cabinate : मोदी की कैबिनेट बैठक में लिए गए ये 5 बड़े फैसले, इन लोगों को मिलेगा लाभ

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब सदियों से हर नेक कार्य के लिए मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है. अरदास का मतलब है कि राज्य में नशे के श्राप को खत्म करने के लिए शुरू किए गए नए अभियान की सफलता के लिए परमात्मा का आशीर्वाद लेना है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में नौजवानों की इस मुहिम में मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि पंजाब का नौजवान वर्ग इस कार्य में राज्य सरकार का सहयोग करने के लिए तैयार है. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों के खिलाफ पहली लोक लहर में इस श्राप की कमर तोड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि होप पहल कदमी के तहत शुरू की गई इस नशा विरोधी मुहिम में 'अरदास करो, हलफ़ लो और खेड्डो' की तीन स्तरीय रणनीति तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि इस मुहिम के पहले पड़ाव में हजारों नौजवान आज पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए अरदास में शामिल हुए. साथ ही ऑनलाइन अरदास में हजारों की संख्या में युवा जुड़े हैं. 

यह भी पढे़ं : Chhattisgarh Election: CM हिमंत बिस्वा सरमा बोले- क्या शराब की दुकान में कभी मोहब्बत की राजनीति होती है? 

उन्होंने आगे कहा कि नशों के खिलाफ पहली बार जमीनी स्तर पर मुहिम शुरू की गई है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब इस खतरे को जड़ से सफाया कर दिया जाएगा. जहां एक तरफ नशा तस्करों को जेलों में डाल जा रहा है तो दूसरी तरफ नशा पीड़ितों के उपचार और पुनर्वास पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.