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कर्नाटक: टीपू सुल्तान की बनाई मस्जिद को लेकर गहराया विवाद, धारा 144 लागू

कर्नाटका के श्रीरंगापटना स्थित टीपू सुलतान की बनाई गई मस्जिद को लेकर उठा विवाद गहराया , हिंदू संगठनों ने कल श्रीरंगापटना चलो का आह्वान किया है , जिला प्रशासन ने 5 जून तक श्रीरंगापटना में धारा 144 लगा दी है ।

Updated on: 03 Jun 2022, 03:52 PM

नई दिल्ली:

बेंगलुरु से तकरीबन 150 किलोमीटर दूर, श्रीरंगापटना स्थित इस जामिया मस्जिद को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. हिंदू संगठनों का आरोप है की टीपू सुलतान ने इस मस्जिद का निर्माण, वहां पर मौजूद हनुमान मंदिर को तोड़ कर किया है. इन संगठनों का कहना है की मस्जिद के ईस्ट गेट के पास हनुमान मंदिर था, जिसको तोड़ कर टीपू सुलतान ने मस्जिद बनाई है और आज भी इस मस्जिद में कुछ लोग नमाज पढ़ते हैं और एक मदरसा भी है. हिंदू संगठनों ने इस मामले को लेकर जिला प्रशासन को एक मेमोरेंडम भी दिया था और अब 4 जून यानी शनिवार को श्रीरंगापटना चलो का आह्वान किया है और मस्जिद के पास पूजा करने की बात कही है.


हमने कानून के हिसाब से प्रशासन से अपनी बात कही थी, लेकिन उस पर किसने कोई करवाई नही की, लिहाजा हमने अब विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है और आने वाले दिनों में हम अपना विरोध प्रदर्शन और तेज़ करने वाले है. लेकिन टीपू सुलतान के वंशज हिंदू संगठनों के इन आरोपों को बेयबुन्याद बता रहे है. टीपू सुलतान के वंशज साहबजादा मंसूर अली के मुताबिक जिस जगह पर मस्जिद बनाई गई है, वो एक मैदान था और जब टीपू सुलतान छोटे थे, तो वह इसी मैदान में खेलते थे. मंसूर अली का कहना है की जिस कलाकृति को लेकर दावा किया जा रहा है की वहा मंदिर था, वो दरअसल इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर है ,यही वजह है की मस्जिद के कुछ पिलर पर हाथी या फूल जैसे नकाशी है.

वहीं हालत को देखते हुवे जिला प्रशासन ने सुरक्षा सख्त कर दी है और श्रीरंगापटना शहर में 5 जून तक धारा 144 लगा दी है. जिला प्रशासन ने हिंदू संगठनों के श्रीरंगापटना चलो को इजाजत नहीं दी है. मांड्या जिले के डीसी अवस्थी. एस ने कहा है की किसी भी संगठन को कानून वेवस्था बिगाड़ने नही देंगे. जमाई मस्जिद के रख रखाव की ज़िमेदारी भारती पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI की है ,ऐसे में इसको लेकर आखरी फैसला भी ASI का ही होगा.

श्रीरंगापटना सिटी लिमिट में धारा 144 लगाई है. श्रीरंगापटना जामिया मस्जिद ए एस आई के अन्तर्गत है.  हमने बंगलोर ए एस आई को इस मामले की जानकारी दी है. बंगलोर कार्यलय ने दिल्ली कार्यालय को जानकारी दे कर सलाह मांगी है. ए एस आई इस विषय पर क्या बोलता है हम देखेंगे. टीपू सुलतान को लेकर हमेशा ही कर्नाटका में विवाद रहा है ,कई उन्हे बहादुर राज्य कहते है तो कुछ उन्हें हिंदू विरोधी मानते है , और टीपू के नाम पर जमकर राजनीति भी होती है.