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लोकसभा चुनाव

हरियाणा सरकार पर गहराया सियासी संकट, तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस लिया

निर्दलीय विधायकों से समर्थन वापस लेने के बाद हरियाणा सरकार पर सियासी संकट गहराता जा रहा है. 90 विधानसभा सीट वाले हरियाणा में बीजेपी के 40 सदस्य हैं. बीजेपी ने जेजपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाया था, लेकिन अब विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है. ऐसे में भाजपा सरकार अल्पमत में आ सकती है.

Updated on: 08 May 2024, 06:30 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में बीजेपी सरकार अल्पमत में आ सकती है. क्योंकि तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को सरकार से समर्थन वापस ले लिया. तीन विधायकों में रणधीर गोलेन, धर्मपाल गोंदर और सोमबीर सांगवान शामिल हैं.  प्रदेश में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद निर्दलीय विधायकों ने कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है. तीनों विधायकों ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और राज्य कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में यह ऐलान किया. 

निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर ने कहा कि हम सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं. हम कांग्रेस को अपना समर्थन दे रहे हैं. हमने किसानों से जुड़े मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर यह निर्णय लिया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि (90 सदस्यीय) हरियाणा विधानसभा की वर्तमान ताकत 88 है, जिसमें से भाजपा के 40 सदस्य हैं. भाजपा ने जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के दम पर सरकार बनाई थी, लेकिन जेजेपी ने भी समर्थन वापस ले लिया था और अब निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से हाथ खींच लिया है. ऐसे में सरकार पर सियासी संकट आ सकता है. 

हुड्डा ने राष्ट्रपति शासन लागू की मांग की
कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन की मांग की है. हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लागू हों. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार अल्मत में आ गई है. सरकार के पास जादुई आंकड़े नहीं है. 

कांग्रेस को जनता की इच्छाओं से कोई मतलब नहीं- सैनी

इधर निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापस लेने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मुझे यह जानकारी मिली है. शायद कांग्रेस कुछ लोगों की इच्छाओं को पूरा करने में लगी हुई है. अब कांग्रेस को जनता की इच्छाओं से कोई मतलब नहीं है.

हरियाणा विधानसभा का ये है नंबरगेम

हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटे हैं. यहां बहुमत के लिए 46 सीट होनी चाहिए. यानी किसी भी दल को सरकार बनाने लिए कम से कम 46 विधायकों की जरूरत है, लेकिन राज्य की दो सीटें फिलहाल खाली हैं, ऐसे में जादुई आंकड़ा 45 बचता है. ऐसे में बीजेपी का आंकड़ा बहुमत से कम नजर आ रहा है.  बीजेपी के पास सिर्फ 40 विधायक हैं. इनके अलावा 2 निर्दलीय और 1 विधायक हरियाणा लोकहित पार्टी (गोपाल कांडा) का समर्थन भी बीजेपी के पास है. इस लिहाज से बीजेपी सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन है.