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लोकसभा चुनाव

पवन सिंह को पप्पू यादव ने बताया छोटा भाई, कहा- पूरा सपोर्ट देंगे अगर..

पप्पू यादव ने भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, पवन सिंह काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. कहा कि अगर पवन सिंह का भाजपा से मोह भंग हो जाता है, तो एक्टर को वह अपना पूरा सपोर्ट देंगे.

Updated on: 06 May 2024, 06:14 PM

highlights

  • पवन सिंह को पप्पू यादव ने बताया छोटा भाई
  • कहा- भाजपा को आंख दिखाकर लड़ रहे चुनाव
  • चुनाव आते ही नेताओं को आरक्षण की आती है याद

 

Hajipur:

पूर्णिया सीट से निर्दलीय लोकसभा प्रत्याशी पप्पू यादव की किस्मत का फैसला तो 4 जून को हो जाएगा, लेकिन उससे पहले पप्पू यादव जमकर विपक्ष पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं. इस बीच पप्पू यादव ने भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, पवन सिंह काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. एक्टर लगातार चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. वहीं, पप्पू यादव ने पवन सिंह पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर पवन सिंह का भाजपा से मोह भंग हो जाता है, तो एक्टर को वह अपना पूरा सपोर्ट देंगे. पवन सिंह उनके छोटे भाई हैं. आगे उन्होंने कहा कि भाजपा को आंख दिखाकर पवन सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. जिसकी वजह से भाजपा वाले उन्हें गाली दे रहे हैं. भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव सभी भाजपा के साथ हैं. यह बातें पप्पू यादव ने हाजीपुर में कहीं. 

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पवन सिंह को पप्पू यादव ने बताया छोटा भाई

वहीं, तेजस्वी पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि 5-5 विभाग होते हुए भी स्वास्थ्य मंत्री बताएं कि अपने विभाग में कितने लोगों को नौकरी दे दी. हाजीपुर में स्वास्थ्य व्यवस्था में कितनी सुधार की गई और उनके कार्यकाल में कितने अवैध रूप से चल रहे अस्पताल व नर्सिंग होम को बंद कराया गया. इसके साथ ही भाजपा पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा सिर्फ गांधी परिवार को गाली देने का काम कर रही है. दो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल को जबरन जेल में बंद कर दिया गया है. 

चुनाव आते ही नेताओं को आरक्षण की आती है याद

आगे आरक्षण पर बोलते हुए पप्पू ने कहा कि सभी नेताओं को चुनाव के दौरान आरक्षण की याद आती है. चुनाव के बाद आरक्षण को भूल जाते हैं. जातिगत जनगणना को लेकर जब पप्पू यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब उनके साथ बैठे हुए हैं, जिन्होंने जातीय जनगणना का विरोध किया था.