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राम जेठमलानी का निधन, बिहार में सीएम नीतीश समेत इन नेताओं ने जताया दुख

देश के मशहूर वकीलों में से एक व पूर्व कानून मंत्री रामजेठमलानी का रविवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद 95 साल की आयु में निधन हो गया. वे इन दिनों सक्रिय राजनीति से दूर थे.

Updated on: 08 Sep 2019, 11:39 AM

पटना:

देश के मशहूर वकीलों में से एक व पूर्व कानून मंत्री रामजेठमलानी का रविवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद 95 साल की आयु में निधन हो गया. वे इन दिनों सक्रिय राजनीति से दूर थे. वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से राज्य सभा सांसद रहे हैं. बिहार से उनका रिश्ता जुड़ा रहा है. चारा घोटाले में वह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के वकील रहे हैं. रामजेठमलानी के निधन पर सीएम नीतीश कुमार और बिहार विधान परिषद व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष क्रमशः राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव सहित कई नेताओं ने शोक जताया.

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जेठमलानी 14 सितंबर 1923 को वर्तमान पाकिस्तान में पैदा हुए थे. विभाजन के वक्त वह भारत में आ गए थे. 1959 में नानावती केस के साथ राम जेठमलानी की पहचान बन गई. इसके बाद वह देश के आपराधिक मामलों के दिग्गज वकील के रूप में जाने लगे.

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सात दशक के अपने लंबे करियर में उन्होंने राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपितों से लेकर संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु और सोहराबुद्दीन एनकाउंटर में अमित शाह के मुकदमें लड़े. बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव के चारा घोटाले में फंसने के बाद उनकी भी पैरवी की थी.

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रामजेठमलानी अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कानून मंत्री रहे. बार काउंसिल के वह चेयरमैन भी रहे. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से उनकी करीबी रही है. इसी के चलते लालू यादव ने उन्हें राज्यसभा भेजा. अपने खराब स्वास्थ्य के चलते रामजेठमलानी इन दिनों सक्रिय राजनीति से दूर थे.