Bihar Flood: लगातार बारिश से खतरे के निशान के करीब पहुंची गंगा, 15 अगस्त तक ऐसा रहेगा बिहार में मानसून
बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे राज्य में बाढ़ का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. राजधानी में गंगा का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से महज दो सेंटीमीटर नीचे रहा.
highlights
- 15 अगस्त तक ऐसा रहेगा बिहार में मानसून
- महानंदा का पानी खतरे के निशान से ऊपर
- गोपालगंज का हाल है बेहाल
Patna:
Bihar Weather Update Today: बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे राज्य में बाढ़ का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. राजधानी में गंगा का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से महज दो सेंटीमीटर नीचे रहा, पिछले 24 घंटे में जलस्तर में करीब चार सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. बता दें कि 10 अगस्त को गांधी घाट पर जलस्तर 48.54 सेमी था, जो 11 अगस्त को 48.58 सेमी पर पहुंच गया, जो खतरे के निशान 48.60 सेमी को छूने के करीब है. वहीं, दीघाघाट पर जलस्तर खतरे के निशान 50.45 सेमी की तुलना में 49.57 सेमी मापा गया. गुरुवार की तुलना में इसमें कमी आई है. हाथीदह में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. इसके साथ ही केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक मनेर में भी गंगा खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं जलस्तर बढ़ने से सदर प्रखंड के तटीय इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है, लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गये हैं, वहीं प्रशासन का कहना है कि बचाव की तैयारी की जा रही है.
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15 अगस्त तक पूरे बिहार में मेहरबान रहेगा मानसून
राजधानी समेत प्रदेश में मानसून सक्रिय है, इसके प्रभाव से सभी जिलों में बारिश से मौसम सुहावना बना हुआ है. राजधानी समेत प्रदेश में 15 अगस्त तक मानसून का असर रहने की संभावना है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के मुताबिक, शनिवार को पांच जिलों पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया में अति भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और सहरसा जिले में भारी बारिश की चेतावनी है, पटना और आसपास के इलाकों में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है.
इसके साथ ही पश्चिमी चंपारण के गंडक बराज से 1.53 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. पूर्वी चंपारण जिले में गंडक का पानी चंपारण तटबंध के अंदर गांवों के निचले हिस्से में घुस गया है. सीतामढ़ी में सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, जबकि दरभंगा में कोसी और कमला बलान के जलस्तर में वृद्धि जारी है. इधर, मुंगेर के असरगंज में नहर के पानी में दो बच्चे डूब गये, जिन्हें बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब दोनों की हालत खतरे से बाहर है, वहीं अररिया जिले के कुर्साकांटा प्रखंड स्थित लैलोखर पंचायत के गड़िया नदी में नहाने गयी एक 13 वर्षीय लड़की लापता हो गयी.
महानंदा का पानी खतरे के निशान से ऊपर
आपको बता दें कि सहरसा में कोसी का जलस्तर घट रहा है, कटिहार में महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 12 सेमी नीचे है. उधर, मुंगेर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. खगड़िया में जीएन तटबंध पर खरा धार स्लुइस के पास गुरुवार की शाम छह बजे से शुक्रवार की सुबह छह बजे तक गंगा का जलस्तर 16 सेमी बढ़ गया है.
गोपालगंज का हाल है बेहाल
इसके साथ ही आपको बता दें कि गोपालगंज में नेपाल के तराई इलाके में बारिश के बाद बाल्मीकिनगर बराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण गंडक नदी का पानी दियारा के नए इलाकों में फैल गया है. सारण जिले में गंगा, घाघरा और गंडक तीनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. उधर, बेगूसराय जिले के बछवारा प्रखंड के शाम्हो, तेघड़ा, मटिहानी और चमथा में गंगा का पानी तेजी से फैल रहा है, निचले इलाके के रिहायशी इलाकों तक पानी पहुंच गया है.
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