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लोकसभा चुनाव

आनंद मोहन का बड़ा बयान, कहा- बाहुबली होना कोई गलत बात नहीं अगर...

बिहार के पूर्व बाहुबली नेता आनंद मोहन शनिवार को मोतिहारी पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की. बता दें कि आनंद मोहन की पत्नी जेडीयू की टिकट से लवली आनंद के लिए चुनावी प्रचार करने पहुंचे थे.

Updated on: 05 May 2024, 08:06 PM

highlights

  • बाहुबली होना कोई गलत बात नहीं- आनंद मोहन
  • पत्नी लवली आनंद के लिए किया चुनावी प्रचार
  • बाहुबली भ्रष्ट और लुटेरों में खौफ पैदा करता है तो..

Patna:

बिहार के पूर्व बाहुबली नेता आनंद मोहन शनिवार को मोतिहारी पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की. बता दें कि आनंद मोहन की पत्नी जेडीयू की टिकट से लवली आनंद के लिए चुनावी प्रचार करने पहुंचे थे. लवली आनंद शिवहर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरी हैं. इस दौरान उनसे बाहुबली को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बाहुबली होना कोई गलत बात नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दबंग होना कोई बुरी बात नहीं है. आप लोग बाहुबली कहते हैं, लेकिन यह नहीं कहते हैं कि आनंद मोहन की लिखी हुई किताब प्रकाशित हो चुकी है. मैंने जो पहली कहानी लिखी, वो किसी राजे रजवाड़े या कोई प्रेम कहानी नहीं थी, यह तो दशरथ मांझी के ऊपर लिखी हुई किताब है, जो सीबीएसई से स्वीकृत किया गया. इस किताब से बच्चे डिग्रियां ले रहे हैं और IAS, IPS बन रहे हैं.

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बाहुबली होना कोई गलत बात नहीं- आनंद मोहन

आगे बाहुबली पर बोलते हुए आनंद मोहन ने कहा कि दबंग होने से अगर भ्रष्ट ऑफिसरों और लुटेरों में खौफ पैदा हो रहा है तो दबंग होना बेहतर है. वहीं, विपक्ष लगातार आनंद मोहन को शिवहर में बाहरी कह रहे हैं, जब इसे लेकर उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनसे पूछिए कि पिछली बार गया से उम्मीदवार कहां से लाया गया था और कौन लाया, जो यह सवाल पूछ रहे हैं. उनके उम्मीदवार कहां के है? हर शख्स अपने गांव से बाहर-बाहरी है.

बाहुबली भ्रष्ट और लुटेरों में खौफ पैदा करता है

वहीं, आनंद मोहन ने कहा कि नदियों और वीरों की कोई जात नहीं होती है और ना ही कोई स्थान होता है. ये जहां से निकलते हैं अपने लिए रास्ता बना लेते हैं. वहां रुक जाता है और झील बनकर लोगों की प्यास बुझाता है. इसके साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं विपक्ष से सवाल पूछना चाहता हूं कि गोपालगंज के जो उनके नेता हैं, वह किस आधार पर मधेपुरा से चुनाव लड़ने गए. गोपलगंज के रहने वाले नेता पाटलिपुत्र से कैसे चुनाव लड़ रहे हैं. बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं. वहीं, राज्य में सात चरणों में मतदान हो रहा है. दो चरणों का मतदान हो चुका है और 5 चरणों का मतदान बचा हुआ है.