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लोकसभा चुनाव

बेगूसराय में गरजे शाह, कहा- घमंडिया गठबंधन के नेताओं में देश चलाने की हिम्मत नहीं

देश के साथ ही बिहार में दो चरणों का मतदान हो चुका है. तीसरे चरण का मतदान होने वाला है. जिसे लेकर हर पार्टी जोरशोर से चुनावी प्रचार में जुटी हुई है और वोटर्स को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है.

Updated on: 29 Apr 2024, 05:40 PM

highlights

  • बिहार दौरे पर अमित शाह 
  • बेगूसराय में गरजे शाह
  • गिनाई केंद्र सरकार की उपलब्धियां

Begusarai :

देश के साथ ही बिहार में दो चरणों का मतदान हो चुका है. तीसरे चरण का मतदान होने वाला है. जिसे लेकर हर पार्टी जोरशोर से चुनावी प्रचार में जुटी हुई है और वोटर्स को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है. 29 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री चुनावी प्रचार के लिए बिहार के बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही शाह ने यह भी कहा कि घमंडिया गठबंधन के नेताओं में देश चलाने की हिम्मत नहीं है और देश को मजबूर नहीं मजबूत सरकार चाहिए. जो जनहित में फैसले कर सके. बता दें कि 13 मई को चौथे चरण का मतदान बेगूसराय में होना है. अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गिरिराज सिंह ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और देशभर में एक करोड़ माताओं को लखपति दीदी बनाने का काम किया है.

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बेगूसराय में गिरिराज सिंह के लिए प्रचार करने पहुंचे अमित शाह 

बता दें कि गिरिराज सिंह केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री हैं. केंद्र सरकार ने 3 करोड़ आवास बनाए, जिसमें से ढाई करोड़ ग्रामीण क्षेत्र हैं. यह काम भी सांसद गिरिराज सिंह के द्वारा ही किया गया है. वहीं, एक बार फिर से 1 करोदड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही अमित शाह ने यह भी कहा कि अगली बार अगर हमारी सरकार बनती है तो 3 करोड़ नए आवास गरीबों को दिए जाएंगे.    

अमित शाह ने गिनाई केंद्र सरकार की उपलब्धियां

इसके साथ ही शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 70 सालों से राम मंदिर को लटका कर रखा था, लेकिन पीएम ने सिर्फ 10 साल के कार्यकाल में इसे पूरा कर दिखाया. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, तेजस्वी यादव समेत तमाम नेताओं को निमंत्रण भेजा था, लेकिन उन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति की और वहां जाने से डर गए. देश के कोने-कोने से लोग प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचे, लेकिन घमंडिया गठबंधन ने इसका राजनीति से प्रेरित होकर विरोध किया. वहीं, 70 सालों तक कांग्रेस ने धारा 370 को बच्चे की तरह गोद में पालती रही, लेकिन नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे ही कार्यकाल में इसे समाप्त कर दिया. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि जब 370 हटाया गया तो उन्होंने कहा कि इसे मत हटाओ नहीं तो कश्मीर में खून की नदियां बह जाएंगी, लेकिन इतने समय बीत गए लेकिन अब तक कश्मीर में किसी को एक कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं हुई.