logo-image

बीएमसी नतीजे: शिवसेना और बीजेपी में हो सकता है गठबंधन, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने दिए संकेत

बीएमसी चुनाव के नतीजे आने के बाद चंद्रकांत पाटिल ने कहा, 'कड़वाहट बहुत हो चुकी। अब साथ आने का समय है।'

Updated on: 24 Feb 2017, 11:09 AM

नई दिल्ली:

बृहनमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के बीच इन अटकलों को फिर हवा मिलने लगी है कि शिवसेना और बीजेपी एक बार फिर महाराष्ट्र में हाथ मिला सकते हैं।

इन अटकलों को और बल मिला जब गुरुवार को बीजेपी के सीनियर नेता और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि दोनों पार्टियों को अब पुरानी सभी बातों को भूलाकर एक बार फिर हाथ मिला लेना चाहिए। बीजेपी को बीएमसी चुनाव में 82 जबकि शिवसेना को 84 सीटों पर जीत मिली है।

बीएमसी चुनाव के नतीजे आने के बाद चंद्रकांत पाटिल ने कहा, 'कड़वाहट बहुत हो चुकी। अब साथ आने का समय है।'

बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व में अच्छी पकड़ रखने वाले पाटिल ने कहा, जो नतीजे आए हैं, उसे देखते हुए दोनों पार्टियों के पास साथ आने के अलावा कोई और विकल्प है क्या? क्या वे (शिवसेना) अब कांग्रेस से हाथ मिलाएंगे?'

पाटिल के मुताबिक, 'गैरसंभावित चीजों पर बात करने जैसे कांग्रेस का समर्थन लेने आदि से बेहतर है कि दोनों पार्टियां संभावित चीजों पर बात करें और एक साथ आकर मुंबई शासन का कामकाज संभालें।'

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र निकाय चुनाव: बीजेपी पर शिवसेना से अलगाव का नहीं हुआ असर, 10 में से 8 निकायों पर कब्जा

पाटिल ने साथ ही कहा कि देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे को इस संबंध में कोई फैसला लेना चाहिए क्योंकि वे दोनों अच्छे दोस्त भी हैं। पाटिल के अलावा बीजेपी के प्रवक्ता माधव भंडारी ने भी कहा है कि पार्टी इस बारे में विचार करेगी कि ऐसे नतीजे क्यों आए। माधव भंडारी के मुताबिक जो नतीजे आए हैं, वे उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं।

इन सबके बीचे बीजेपी नेता विनोद तावड़े का बयान भी अहम है। तावड़े ने नतीजे आने के बाद कहा, महाराष्ट्र में बीजेपी नंबर एक पार्टी है। यह शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत को जवाब है जिन्होंने कहा था कि बीजेपी के पास बीएमसी में 40 सीटें जीतने की भी औकात नहीं है। तावड़े महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा मंत्री हैं।

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र निकाय चुनाव: पुणे में कैसे बीजेपी ने खत्म की एनसीपी की 10 साल की हुकूमत