logo-image

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एंटी रोमियो दल को दिया निर्देश, मर्जी से बैठे लड़के लड़कियों पर न हो कार्रवाई

युवक और युवती आपसी सहमति से कहीं बैठे हैं या कहीं जा रहे हैं तो उन पर कार्रवाई न की जाए।

Updated on: 25 Mar 2017, 12:19 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में एंटी रोमियो दल बनाए जने के बाद से राजनीतिक विरोधी राज्य सरकार को निशाने पर ले रही है। जिसके बाद योगी सरकार ने एक नया आदेश जारी किया है कि अगर कोई जोड़ा आपसी सहमति से साथ बैठा है तो उसे परेशान न किया जाए।

लखनऊ के शास्त्री भवन स्थित सभागार में सीएम ने सभी सम्बन्धित मंत्रियों, प्रमुख सचिवों के साथ समीक्षा बैठक को सम्बोधित किया। जहां सीएम ने ऐंटी रोमियो दल से कहा कि यदि युवक और युवती आपसी सहमति से कहीं बैठे हैं या कहीं जा रहे हैं तो उन पर कार्रवाई न की जाए।

ये भी पढ़ें: एयर इंडिया मारपीट मामले में शिवसेना सांसद को मिला मोदी के मंत्री का साथ

सीएम बैठक में राज्य की क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त किये जाने को लेकर बैठक कर रहे थे। योगी आदित्यनाथ ने राजकीय विभागों की ढीली व्यवस्था को तत्काल बंद करने के साथ ही पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त कार्य प्रणाली अपनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कार्यालयों के रख-रखाव में तत्काल सुधार को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में पहुंचने पर लोगों को सुखद अनुभूति होने के साथ ही जनता को राहत मिलनी चाहिए।

ये भी पढ़ें: बेनामी संपत्ति पर कसा शिकंजा, 200 करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़े 140 मामलों में नोटिस जारी

इस बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के लिए कुछ हिदायतें भी दी है।

1. कार्यालय में अटेंडेंस लगाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाए।
2. राजकीय अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाए।
3. किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सहकारी समिती बनाई जाए।
4. गेहूं खरीद की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
5. इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर तथा झांसी नगरों में भी मेट्रो चलाने के लिए तेजी से डीपीआर तैयार किया जाए।
6. सस्ती दर पर जेनेरिक दवाओं की 3 हजार दुकानें खोलने की व्यवस्था की जाए।
7. अपराधियों, तस्करों, भू माफियाओं पर बिना भेदभाव के कार्रवाई की जाए।
8. प्रधानमंत्री आवास योजना का काम आवास विकास विभाग को दिया जाए।
9. सभी ऑफिस में काम काज की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
10. जनता की समस्याओं को तुरंत सुना जाए और उसपर काम किया जाए।