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चीन के साथ पाकिस्तान ने मिलकर की INDIA की चंद्रयान मिशन की फोटोकॉपी, अब लोग कर रहे हैं अब ट्रोल

पाकिस्तान ने आज चीन के साथ मिलकर एक सैटेलाइट लॉन्च किया है. इस मिशन के बाद पाकिस्तान में इसका विरोध हो रहा है.

Updated on: 03 May 2024, 08:57 PM

नई दिल्ली:

पड़ोसी देश चीन ने अपना मून रिसर्च मिशन चांग'ई 6 अंतरिक्ष यान लॉन्च आज किया है. चीन ने आज स्थानीय समयानुसार शाम 5:27 बजे लॉन्च किया है. चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन ने जानकारी देते हुए कहा कि चंद्रमा की रहस्यमयी दुनिया के बारे में पता लगाने के लिए चांग'ई-6 अंतरिक्ष यान मिशन तैयार किया गया है. अंतरिक्ष यान का मिशन चंद्रमा के सुदूर इलाकों में जाकर शोध करना और वहां से नमूने लाना है. खास बात ये है कि पाकिस्तान ने इसके साथ अपना सैटेलाइट भी भेजा है.

पाकिस्तान की हो गई फजीहत

इस मिशन में पाकिस्तान ने चीन के साथ हिस्सा लिया है लेकिन ये मिशन पाकिस्तान सरकार के लिए मुसीबत बन गया है. आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को विरोध का सामना करना शुरू हो गया है. पाकिस्तानी लोग सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. हम सभी चंद्रमा मिशन नहीं चाहते. इसमें अचार क्या डालेंगे? सीएनएसए ने कहा, लॉन्ग मार्च-5 Y8 रॉकेट चांग'ई-6 को ले जाएगा.

पाकिस्तान का एक है उपग्रह

चांग'ई-6 अंतरिक्ष यान में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर, एक आरोही और एक रिटर्नर शामिल है. अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय सहयोग से विकसित 4 पेलोड ले जाएगा. फ्रांस, इटली और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिक उपकरण चांग'ई-6 लैंडर पर हैं, जबकि पाकिस्तान का एक छोटा उपग्रह ऑर्बिटर पर सेट है. 12 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 50 मेहमानों को चांग'ई-6 द्वारा ले जाया गया. पेलोड पर सेंटर एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेने और हैनान में लॉन्च देखने के लिए इनवाइट किया गया है.

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चीन का है ये मकसद

चीन के इस मिशन के पीछ मकसद है कि अपोलो बेसिन के रूप में जाना जाने वाला प्रभाव क्रेटर को चांग'ई-6 मिशन के लिए प्राइमरी टारगेट लैडिंग और सैंपल लोकेशन के रूप में सेलेक्ट किया गया है, जो चांद के दूर की ओर साउथ ध्रुव-एटकेन बेसिन के अंदर स्थित है.जैसे ही चांद पर रिच होगा, वो चांद की सतह से चट्टानों और मिट्टी को निकालने के लिए रोबोटिक सिस्टम के जरिए जमीन में ड्रील होगा. इसके बाद वहां सैंपल लिए जाएंगे.