logo-image

पृथ्वी पर गिरने से पहले नष्ट हुआ चीन का अंतरिक्ष स्टेशन तियांगोंग-1, अधिकांश हिस्सा जलकर हुआ नष्ट

चीन का बेकाबू हो चुका स्पेस स्टेशन तियांगोंग-1 सोमवार को दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में धरती के वायुमंडल में पहुंचते ही नष्ट हो गया।

Updated on: 02 Apr 2018, 02:04 PM

नई दिल्ली:

चीन का बेकाबू हो चुका स्पेस स्टेशन तियांगोंग-1 सोमवार को दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में धरती के वायुमंडल में पहुंचते ही नष्ट हो गया। चीनी स्पेस अथॉरिटी ने इसकी पुष्टि की। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह यान सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर धरती के वायुमंडल में आया और इसका अधिकांश हिस्सा जलकर नष्ट हो गया।

हालांकि, इसके कुछ हिस्से अब धरती पर गिरेंगे लेकिन पेइचिंग के मुताबिक, कोई भी हिस्सा ज्यादा बड़ा नहीं होगा। चीन ने 10.4 मीटर लंबा यह स्पेसक्राफ्ट साल 2011 में लॉन्च किया था। चीन की स्पेस एजेंसी चाइना नैशनल स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक Tiangong-1 से मार्च 2016 से संपर्क टूट चुका था। जिसके बाद से यह अंतरिक्ष में घूम रहा था।

ईएसए ने बताया कि 2011 में लांच किया गया तियांगोंग-1 मार्च 2016 में काम करना बंद कर दिया था। यह स्पेस स्टेशन बेहद जहरीले केमिकल्स से भरा हो सकता है। 

एजेंसी के मुताबिक, इसके पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश नियंत्रित नहीं होगा। तियांगोंग के पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश पर यह बिखर जाएगा और इसके कुछ ही हिस्से धरातल पर पहुंचेंगे। लेकिन ये हिस्से समुद्र में या निर्जन क्षेत्र में गिरेंगे। 

इस अंतरिक्ष स्टेशन को चीनी अंतरिक्ष एजेंसी चाइना नेशनल स्‍पेस एडमिनिस्‍ट्रेशन (CNSA) ने 29 सितंबर, 2011 को लॉन्च किया था। इसका वजन 8.5 टन बताया जा रहा है। इसकी लंबाई 10 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर है। यह तियांगोंग प्रोग्राम का हिस्‍सा था और इस प्रोग्राम का पहला सक्रिय हिस्‍सा भी था।

दो साल की अभियान अवधि बढ़ाने के बाद 21 मार्च, 2016 को चीन ने इसकी सेवाएं आधिकारिक रूप से बंद कर दिया था। चीनी स्‍पेस एजेंसी ने तियांगोंग-1 पर से लांचिंग के पांच साल बाद और सेवाएं बंद करने के कुछ महीनों बाद ही नियंत्रण खो दिया था। इसके बाद वैज्ञानिकों ने 2017 के आखिर में इसके धरती के वातावरण में प्रवेश करके जलकर नष्‍ट होने की आंशका जताई थी।

और पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में महंगाई का डबल अटैक, पेट्रोल और डीजल के बाद बढ़े CNG-PNG के दाम