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GSAT-6A की असफलता के बाद 12 अप्रैल दूसरा नौवहन सैटेलाइट भेजेगा इसरो

इसरो ने कहा कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से 12 अप्रैल को एक नेविगेशन सैटेलाइट छोड़ा जाएगा।

Updated on: 07 Apr 2018, 11:13 PM

बेंगलुरू:

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने शनिवार को कहा कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से 12 अप्रैल को एक नेविगेशन सैटेलाइट छोड़ा जाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बयान में कहा, 'ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) 12 अप्रैल को सुबह तड़के 4.04 बजे श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से आईआरएनएसएस-11 उपग्रह को लेकर अंतरिक्ष में जाएगा।'

आईआरएनएसएस-1एल का वजन 600 किलो है और इसकी आयु 10 साल होगी। यह भारतीय नेविगेशन की आठवीं सैटेलाइट है।

बता दें कि इसरो ने 29 मार्च को सैटेलाइट जीसैट-6ए लांच किया था, जिससे 48 घंटे बाद संपर्क टूट गया था। हालांकि इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर के सिवान ने कहा- जीसैट-6ए के साथ संपर्क टूटने का प्रभाव आईआरएनएसएस-1एल के लॉन्च पर नहीं पड़ेगा। इसरो का कहना है कि सैटेलाइट से दोबारा संपर्क साधने के लिए प्रयास जारी हैं।

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