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भारत रविवार को इंग्लैंड के दो उपग्रहों NovaSAR और S1-4 का करेगा प्रक्षेपण

ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन (पीएसएलवी) रविवार को 889 किलो वजनी दो विदेशी उपग्रहों- नोवाएसएआर और एस1-4 को एकसाथ पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करेगा.

Updated on: 14 Sep 2018, 07:11 AM

चेन्नई:

ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन (पीएसएलवी) रविवार को 889 किलो वजनी दो विदेशी उपग्रहों- नोवाएसएआर और एस1-4 को एकसाथ पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करेगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के.शिवन ने आईएएनएस को बताया, "16 सितंबर को होने वाला रॉकेट लॉन्च पूरी तरह से वाणिज्यिक लॉन्च होगा. रॉकेट केवल दो विदेशी उपग्रहों को ले जाएगा."

उन्होंने कहा कि इस तरह के वाणिज्यिक लॉन्च इसरो के लिए नए नहीं हैं क्योंकि ऐसा पहले कई बार किया जा चुका है.

पीएसएलवी रॉकेट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के पहले लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया जएगा.

यह दो उपग्रह इसरो की वाणिज्यिक शाखा - एंट्रिक्स कॉर्प लिमिटेड के साथ वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत ब्रिटेन के सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एसएसटीएल) के हैं.

इसरो के अनुसार, दो पृथ्वी अवलोकन उपग्रह सूर्य के 583 किलोमीटर बड़े समकालिक कक्ष में लॉन्च किए जाएंगे.

नोवाएसएआर एक एस-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह है जो वन मानचित्रण, भूमि उपयोग, बर्फ, बाढ़ और आपदा की निगरानी करेगा.

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एस1-4 एक क्षई रेजेलूशन ऑप्टिकल अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रह है, जो संसाधनों, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन और आपदा निगरानी के लिए उपयोग किया जाता है.