logo-image

गूगल ने डूडल के जरिए नार्वे के खोजकर्ता फ्रिटजॉफ को दी श्रद्धांजलि

गूगल ने मंगलवार को नार्वे के दिग्गज खोजकर्ता फ्रिटजॉफ नानसेन की जयंती पर उन्हें डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी। नार्वे के ओस्लो में 1861 में जन्मे नानसेन 1888 में बर्फ से ढके ग्रीनलैंड पहुंचने वाले अभियान का नेतृत्व करने वाले पहले व्यक्ति बने।

Updated on: 10 Oct 2017, 12:52 PM

नई दिल्ली:

गूगल ने मंगलवार को नार्वे के दिग्गज खोजकर्ता फ्रिटजॉफ नानसेन की जयंती पर उन्हें डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी। नार्वे के ओस्लो में 1861 में जन्मे नानसेन 1888 में बर्फ से ढके ग्रीनलैंड पहुंचने वाले अभियान का नेतृत्व करने वाले पहले व्यक्ति बने।

इसके कुछ साल बाद ही नानसेन ने उत्तरी ध्रुव तक पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बनने का प्रयास भी किया। गूगल ने कहा, 'हालांकि, वह अभियान असफल रहा था, लेकिन वह उस समय के किसी अन्य खोजकर्ता के मुकाबले उत्तर के अक्षांश में कहीं ज्यादा आगे तक गए थे।'

वर्ष 1914 में प्रथम विश्व युद्ध छिड़ने पर नानसेन ने घर पर शोध कार्य करने पर ध्यान केंद्रित किया। 

यह भी पढ़ें: Microsoft ने माना, विंडोज फोन की हो चुकी है मौत, जानिए क्या है वजह

साल 1920 तक उनका ध्यान अंतर्राष्ट्रीय भूभागों को समझने से हटकर अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक माहौल को प्रभावति करने की ओर आकर्षित हो गया।

उन्होंने 'नानसेन' पासपोर्ट बनाया, जो एक ऐसा यात्रा दस्तावेज था जो शरणार्थियों को दूसरे देशों में आश्रय लेने और बसने की अनुमति देता था। नानसेन को 1922 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

नानसेन का निधन 13 मई 1930 को  हुआ।

और पढ़ेंः XIAOMI MI MIX 2 स्मार्टफोन भारत में मंगलवार को होगा लॉन्च, जानिए इसके फीचर्स