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गूगल के एंड्रॉयड ओ बीटा प्रोग्राम में उपलब्ध होगें ये नए फीचर्स

एंड्रॉयड ओ पिछले एंड्रॉयड नूगा का अपग्रेडेड वर्ज़न है। एंड्रॉयड ओ बीटा प्रोग्राम के तहत एंड्रॉयड ओ बीटा अब दुनियाभर में पब्लिक बीटा यूज़र के लिए उपलब्ध है।

Updated on: 19 May 2017, 12:45 PM

नई दिल्ली:

गूगल के अगले बड़े एंड्रॉयड रिलीज़, एंड्रॉयड ओ के बारे में कैलिफोर्निया में चल रहे आई/ओ 2017 वार्षिक डेवेलपर कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई। एंड्रॉयड ओ पिछले एंड्रॉयड नूगा का अपग्रेडेड वर्ज़न है। एंड्रॉयड ओ बीटा प्रोग्राम के तहत एंड्रॉयड ओ बीटा अब दुनियाभर में पब्लिक बीटा यूज़र के लिए उपलब्ध है।

पिक्चर-इन-पिक्चर जैसे फ़ीचर के अलावा, नोटिफिकेशन चैनल और बेहतर कीबोर्ड नेविगेशन के बारे में तब जानकारी मिली थी जब गूगल ने एंड्रॉयड ओ का पहला डेवलेपर प्रिव्यू जारी किया था। यह नया फ़ीचर मशीन लर्निंग के जरिए कॉपी और पेस्ट में सुधार करता है।

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यह फ़ीचर स्क्रीन पर संदर्भ की पहचान कर, जैसे कि एड्रेस होने क स्थिति में डबल टैप कर पूरे टेक्स्ट को कॉपी किया जा सकेगा। नोटिफिकेशन डॉट डेवलेपर के लिए एक नया तरीका है जिससे वे ऐप पर एक्टिविटी के बारे में यूज़र को नोटिफाई कर पाएंगे।

गूगल अभी इसे एंड्रॉयड ओ डेवलेपर प्रिव्यू 2 ही बता रहा है। एंड्रॉयड ओ के साथ ही, कंपनी ने एंड्रॉयड गो का भी ऐलान किया। यह एंट्री-लेवल कंज़्यूमर के लिए एक ऑप्टिमाइज़्ड एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर है जो 1 जीबी रैम तक के डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।

एंड्रॉयड ओ की तारीफ़ बेहतर बैटरी लाइफ के लिए भी की गई है। और गूगल एंड्रॉयड वाइटल्स के जरिए यह मुहैया करा रही है जिससे बैटरी लाइफ, स्टार्टअप टाइम, ग्राफिक रेंडरिंग टाइम और स्टेबिलिटी पर फोकस किया जाता है। गूगल ने डेवलेपर के लिए नए टूल जैसे सिस्टम ऑप्टिमाइज़ेशन, बैकग्राउंड ऐप्स लिमिट और प्ले कंसोल में एंड्रॉयड वाइटल्स डैशबोर्ड भी पेश किए हैं।

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गूगल के सालाना डेवलेपर कॉन्फ्रेंस में कंपनी का एआई और मशीन लर्निंग आधारित असिस्टेंट सबसे ख़ास रहा। कंपनी ने घोषणा करते हुए बताया कि असिस्टेंट अब आईफोन में भी आएगा। इसके अलावा गूगल लेंस और जीमेल व गूगल फोटोज़ के लिए नए फ़ीचर का भी ऐलान किया।