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अब कचरों को रिसाइकल करेगी दिल्ली मेट्रो, रोहिणी में लगाया पहला प्लांट

दिल्ली मेट्रो ने निर्माण कार्य के बाद बचे बेकार सामानों को रिसाइकल के लिए एक कारखाना खोला है।

Updated on: 21 Aug 2017, 05:42 AM

highlights

  • कचरे को रिसाइकल करेगी दिल्ली मेट्रो
  • रोहिणी में दिल्ली मेट्रो ने लगाया प्लांट

नई दिल्ली:

दिल्ली मेट्रो ने निर्माण कार्य के बाद बचे बेकार सामानों को रिसाइकल के लिए एक कारखाना खोला है। उत्तरी दिल्ली के रोहिणी में खुले इस कारखाने में निर्मित रेत, कंक्रीट के पत्थर, टाइल्स, पेवर ब्लॉक और कर्ब स्टोन्स जैसे हरित उत्पादों का निर्माण होगा।

दिल्ली मेट्रो रेल प्राधिकरण (डीएमआरसी) ने अपने एक बयान में कहा, 'आम तौर पर डीएमआरसी उत्पन्न कचरे को सरकार के स्वीकृत स्थान पर फेंका जाता है। इन्ही अवशेषों को रिसाइकल करने के लिए इस कारखने का निर्माण किया गया है।'

बयान में कहा गया, 'इस कारखने को संभालने का जिम्मा आईएल एण्ड एफस इंवाइरमेंट के पास होगा। यह कारखना हर दिन 150 टन कचरे का पुनर्चक्रण करने की क्षमता रखता है। इसमें वेट टेक्नोलजी का उपयोग किया जाएगा, जो कम से कम कूड़ा और ध्वनि प्रदूषण फैलाता है।'

यह कारखना सीमेंट, कंक्रीट के पत्थर, कंक्रीट के ब्लॉक, धूल, मिट़्टी, ध्वस्त इमारतों की रेलिंग, फ्रेम, टूटे कांच और टूटे पत्थर जैसे लगभग 95 प्रतिशत अवशेषों के पुनर्चक्रण के लिए तैयार किया गया है।