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12वीं में गलत अंक जोड़ने वाले शिक्षकों पर सीबीएसई की कड़ी कार्रवाई, दिये सस्पेंड करने के आदेश

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)के 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नंबरों को कैलकुलेट करने की गलती पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

Updated on: 29 Jun 2018, 04:06 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अंकों को जोड़ने में गलती करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस मामले में सख्ती दिखते हुए सीबीएसई ने देशभर में 130 शिक्षकों और को-ऑरिडेटर्स पर कार्रवाई करने के लिए स्कूलों को नोटिस भेज दिया।  स्कूलों को भेजे गए नोटिस मे सस्पेंड करना भी शामिल है।

सीबीएसई ने शिक्षकों के खिलाफ ये कदम तब उठाया जब कॉपी की दोबारा जांच में 55 अंकों की गड़बड़ी देखी गई। छात्रों ने जब अपनी कॉपी दोबारा जांच के लिए भेजी तो उन्हें 55 अंकों तक कम मार्क्स मिले हुए थे।

बच्चों के करियर के साथ खिलवाड़ करने वाली की गलती को लेकर सीबीएसई पहली बार शिक्षकों को खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

एक सीनियर अधिकारी ने कहा, 'इसमे सबसे ज्यादा संख्या पटना से है, जहां 45 शिक्षक बोर्ड की साख को खराब करने और छात्रों की करियर से जुड़े गंभीर नतीजों के साथ खिलवाड़ करते पाए गए है।'

अधिकारी ने बताया कि देहरादून ऑफिस से 27 चिन्हित लोगों के खिलाफ बर्खास्त करने समेत अनुशासनात्मक कार्रवाई के लेटर स्कूलों को भेजे जा चुके है।

परीक्षा में मिले अंको को जोड़ने में गलती करने के 14 मामले चेन्नई, 11 इलाहाबाद, 7 भुवनेश्वर, 2 गुवाहाटी, 8 अजमेर और 1 तिरुवंतपुरम से सामने आये थे।

सीबीएसई ने इलाहाबाद के भी कुछ स्कूलों को नोटिस जारी कर 15 टीचरों को सस्पेंड करने के लिए कहा है। इसके अलावा देहरादून के भी कुछ टीचरों को सस्पेंड करने के लिए संबंधित स्कूलों को नोटिस भेजा गया है।

बोर्ड अन्य स्कूलों में भी कॉपी के अंक गलत जोड़ने के लिए नोटिस भेज सकता है।

दिल्ली क्षेत्र में तीन सरकारी और 2 निजी स्कूलों के शिक्षकों को अब तक सस्पेंड कर दिया गया है।

एक छात्र जो पहले उर्दू में फेल हो गया था, वह कॉपी दोबारा जांचने पर पास हो गया। सीबीएसई अधिकारी ने एक रिपोर्ट में कहा इस बारे में विस्तार रिपोर्ट तैयार की जा रही है, फिलहाल गलत कॉपी जांचने के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली से ही सामने आये है।

क्लास 12 की परीक्षा के नतीजे छात्रों को करियर में अहम होते है। इन्हीं के आधार पर दिल्ली यूनिवर्सिटी एडमिशन देती है।

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