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Sawan Shivratri 2018: सावन की इस शिवरात्रि पर है यह शुभ संयोग, कांवड़ जल चढाने से मिलेगा लाभ

इस सर्वार्थसिद्धि योग के दौरान शिव की पूजा करने वालों इच्छित फल मिलता है। यह योग 28 सालों बाद पड़ रहा है।

Updated on: 07 Aug 2018, 03:42 PM

नई दिल्ली:

सावन के महीने पड़ने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस बार शिवरात्रि गुरूवार 9 अगस्त को पड़ने वाली है। इस दिन कांवड़ लेकर गए सभी शिवभक्त अपने शिवालयों में जल अभिषेक करते है।

इस बार सावन  में पड़ने वाली शिवरात्रि इस बार प्रदोष काल में पड़ने वाली है। जो एक शुभ संयोग माना जाता है। ऐसे में सूर्यास्त से रात बजे के बीच पूजा करने वालों को विशेष लाभ मिलेगा।

इस सर्वार्थसिद्धि योग के दौरान शिव की पूजा करने वालों इच्छित फल मिलता है। यह योग 28 सालों बाद पड़ रहा है। प्रदोष काल में पूजन करने की कुल अवधि इस बार 43 मिनट की है।

शिवरात्रि में शिवलिंग पर जलाभिषेक करना आवश्यक माना गया है। इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। शिवरात्रि में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। इस महीने रुद्राभिषेक करने से भक्तों के समस्त पापों का नाश हो जाता है।

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पूजा विधि

सावन के दिन भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद आदि अर्पित कर विशेष पूजन करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे परिवार की स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती हैं। सुबह जल्दी उठ नहा-धोकर भगवान शिव पूजन बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद, विशेष फूल से करें।