ओडिशा : भारी बारिश के बावजूद बहुड़ा यात्रा में पहुंचे हजारों लोग
ह यात्रा जगन्नाथ भगवान और उनके भाईयों की गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर तक की उनकी वापसी यात्रा होती है
नई दिल्ली:
ओडिशा के पुरी में लगातार हो रही बारिश के बावजूद, हजारों श्रद्धालुओं ने रविवार को बहुड़ा यात्रा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। यह जगन्नाथ भगवान और उनके भाईयों की गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर तक की उनकी वापसी यात्रा होती है। इस यात्रा के दौरान हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर भगवान जगन्नाथ के एक दर्शन पाने के लिए उत्साहित दिखे।
#Odisha: Large number of devotees take part in Bahuda Rath Yatra (the homecoming of the Holy Trinity from Gundicha Temple to Srimandir on their chariots) during the 9-day long Rath yatra festival. pic.twitter.com/NvBB0XfBTG
— ANI (@ANI) July 22, 2018
बहुड़ा यात्रा भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा की गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर की वापसी यात्रा है। रथ यात्रा के दौरान, 12 वीं शताब्दी के मंदिरों में से देवता अपनी चाची के मंदिर जाते हैं। नौवें दिन, वे अपने मंदिर में लौट आते हैं।
और पढ़ें-जानें कब शुरू हो रहा है सावन और क्या कुछ है खास इस बार
यात्रा के ही दौरान रास्ते में, देवता थोड़ी देर के लिए रुकते हैं और पॉडा पिथा का हिस्सा लेते हैं। पॉडा पिथा एक तरह का केक होता है जो चावल, मसूर, गुड़ और नारियल से बनता है। इसे भगवान खाते हैं, जो उन्हें उनकी मौसी माँ खिलाती है। श्रीमंदिर वापस पहुंचने पर, एक और अवसर जो लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। वह है, सुना बेशा जिसमें भगवान को सोने के कपड़े और गहने पहनाए जाते हैं। साथ ही उन्हें मंदिर पहुंचने पर आधा पन्ना, जो एक तरह का मीठा चीज होती है, पिलाई जाती है। इसके बाद भगवान मंदिर के अंदर प्रवेश करते हैं।
हालांकि, मंदिर में प्रवेश के दौरान माता लक्ष्मी मंदिर के दरवाजे बंद कर देती हैं। इसके बाद भगवान जगन्नाथ और देवी के बीच एक संवाद होता है। इस पूरे वाकये को दो ग्रुप आपस में परफार्म भी करते हैं। जिसके एक अंदर से माता लक्ष्मी का संवाद पढ़ता है और दूसरा भगवान जगन्नाथ का।
इस दिव्य नाटक धरती पर जोड़ो के बीच दैनिक घरेलू संवाद को दिखाता है, इसके बाद मंदिर का दरवाजा खोला जाता है और देवताओं को उनके रत्न सिंघासान में ले जाया जाता है।
और पढ़ें-CWC: सोनिया गांधी ने पीएम पर साधा निशाना, कहा- मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें