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ईस्टर के आखिरी शुक्रवार को मनाते है गुड फ्राइडे, जानिए क्या है ईसा मसीह के आखिरी शब्द

गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह के बलिदान के दिवस के रूप में मनाते है।

Updated on: 14 Apr 2017, 08:28 AM

नई दिल्ली:

गुड फ्राइडे मुख्यतः ईसाई समाज का पर्व है। गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह के बलिदान के दिवस के रूप में मनाते है। इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। बाइबिल के अनुसार, उस दिन शुक्रवार यानी फ्राइडे था। इसलिए इस दिन को गुड फ्राइडे मनाया जाता है। कहा जाता है कि ईसा को सुबह 9 बजे सूली पर चढ़ाया गया था और 3 बजे उनकी मौत हुई थी।

इस साल ईस्टर का ये पवित्र सप्ताह 9 अप्रैल को रविवार शुरु हुआ और शनिवार, 15 अप्रैल तक चलेगा। रविवार, 16 अप्रैल को ईस्टर मनाया जाएगा। गुड फ्राइडे की सर्विस दिन में 12 से तीन बजे तक होती है। ये ईस्टर संडे के पहले वाले फ्राइडे को मनाया जाता है। इस दिन चर्च को सजाया नहीं जाता। किसी तरह का प्रसाद नहीं बांटा जाता। चर्च पर बड़ा सा क्रॉस रखा होता है। जिसको सभी लोग चूमकर आर्शीवाद लेते है।

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क्या थे आखिरी शब्द

गुड फ्राइडे के रूप में लोग आज भी उनके बलिदान को नमन करते हैं। कहते हैं कि ईसा मसीह ने इस संसार के गुनाहों के लिए अपने प्राण दिए थे। सूली पर लटकाए जाने के बाद मृत्यु पूर्व उनके मार्मिक और दिल को छू लेने वाले शब्द थे- 'हे ईश्वर इन्हें क्षमा करें, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।'

गुड फ्राइडे को विश्वभर में इस्टर फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे, होली फ्राइडे, जर्मन में गॉटस फ्रेइटैग या गॉड्स फ्राइडे जैसे अलग अलग नामों से मनाया जाता है।

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