kamika ekadashi 2018: सावन में कामिका एकादशी पर करते है भगवान विष्णु की पूजा, जानिए महत्व
कृष्ण ने कहा था कि इस एकादशी का व्रत रखने वाले को अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
नई दिल्ली:
सावन महीने के कृष्णपक्ष में पड़ने वाली एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
इस बार कामिका एकादशी 7 अगस्त मंगलवार को पड़ रही है।
पुराणों के अनुसार भगवान कृष्ण ने खुद इस एकादशी के व्रत के महत्व के बारे में युधिष्ठर को बताया था। कृष्ण ने कहा था कि इस एकादशी का व्रत रखने वाले को अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
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माना जाता है कि कामिका एकादशी के दिन व्रत रखने वालों को पाप से मुक्ति मिल जाती है। कहा गया है कि सावन में भगवान विष्णु को पूजने से देवता,गन्धर्वों और नागों की पूजा भी हो जाती है।
हालांकि 7 तारीख को सूर्योदय के समय एकादशी की शुरूआत नहीं होगी, ऐसे में व्रत रहने वाले साधक 8 अगस्त को उपवास रख सकते है।
पूजा करने की विधि
- एकादशी के दिन सुबह नहा-धोकर भगवान विष्णु का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें
- भगवान विष्णु की मूर्ति शुद्ध जल से नहला कर उस पर फल-फूल, तिल दूध और पंचामृत आदि का चढ़ाई।
- पूरे दिन सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें।
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