400 साल पहले 2 फीट की थी मूर्ति, अब हो गई है 12 फीट ऊंची, जानें भूफोड़ हनुमान जी की रहस्यमयी कहानी
आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जो अपने आप में चमत्कारी है. यह मंदिर छत्तीसगढ़ में है.
नई दिल्ली:
देशभर में आज महावीर जयंती धूमधाम से मनाई गई. इस मौके पर सभी ने मंदिर जाकर हिंदू धर्म के आराध्य देव बजरंग बली की पूजा की और कुछ लोगों ने अपने घरों में ही भगवान का स्मरण किया. ऐसे में आज हम आपको बजरंग बली से जुड़ी एक ऐसी कहानी बताएंगे, जिसे जानने के बाद आप चौंक जाएंगे कि क्या सच में ऐसा हो सकता है? हां ऐसा बिल्कुल हो सकता है. छत्तीसगढ़ के बालोद जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम कमरौद में भगवान बजरंग बली जी का एक मंदिर हैं.
भगवान बजरंगबली सभी की मनोकामनाएं पूरी करते हैं
इस मंदिर के बारे में वहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मंदिर काफी चमत्कारी है. अगर कोई भी व्यक्ति महावीर जयंती के दिन भगवान बजरंग बली से मनोकामना मांगता है तो वह अवश्य पूरी होती है. इस मंदिर की स्थापना ठीक 400 साल पहले की गई थी. मंदिर के अंदर स्थापित बंजरग बाली को वहां के लोग चमत्कारी मानते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक बार मंदिर में जाकर भगवान बजरंग बली से बात करने से आपकी मनोकामना पूरी हो जाती है. हनुमान जी की चर्चा अब छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी होने लगी है.इसी कारण दूर-दूर से लोग भगवान के दर्शन के लिए आते हैं.
इस तरह मंदिर की हुई थी स्थापना
अगर इस मंदिर के इतिहास की बात करें तो 400 साल पहले बालोद जिले के कमरौद गांव में एक किसान खेत में काम कर रहा था. वह अपने खेत को हल से जोत रहा था. इसी दौरान उसका हल किसी चीज पर फंस गया और जब किसान ने उसे निकालने की कोशिश की तो हल के नीचे उन्हें बजरंग बली की मूर्ति मिली और फिर इस मूर्ति की स्थापना कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई. इस मंदिर को भूफोड़ हनुमान जी के नाम से भी जाना जाता है.
ये भी पढ़ें- दिल्ली के प्राचीन हनुमान मंदिर में आज लगी है जबरदस्त भीड़, जानें इसका इतिहास
पहले थी 2 फीट की मूर्ति
सबसे आश्चर्यजनक कहानी तो यह है कि हनुमान जी की मूर्ति भी बढ़ती है. वहां के लोगों का मानना है कि जब पहली बार मंदिर बनाया गया था तो यह बहुत छोटा था लेकिन समय के साथ मूर्ति की ऊंचाई बढ़ती गई, जिसके कारण मंदिर का पुनर्निर्माण कई बार किया गया. कई बार तो छत भी टूट गयी. इसके बाद दोबारा मंदिर का निर्माण कराया गया. दावा किया जाता है कि यह मूर्ति 2 फीट ऊंची थी लेकिन आज मूर्ति की लंबाई अब 12 फीट हो गई है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Bharti Singh: अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद काम पर लौटीं भारती सिंह, बोलीं- 'आखिरकार मैं अपने गोला को देख पाऊंगी'
-
Kapil Sharma show: क्या कपिल शर्मा का नेटफ्लिक्स कॉमेडी शो होने वाला है बंद ? अब क्या करेगी टीम?
-
Hiramandi की मल्लिका जान के लिए रेखा थीं मेकर्स की पहली पसंद, मनीषा कोइराला ने खुद किया खुलासा
धर्म-कर्म
-
Bhagwat Geeta Shlok: जीवन बदल देंगे भागवत गीता के ये 10 श्लोक, आज ही अपने बच्चों को सिखाएं
-
Shani Chalisa Lyrics: शनिदेव के भक्त यहां पढ़ें शनि चालीसा और जानें इसके चमत्कारी लाभ
-
South Facing House Vastu: दक्षिण दिशा में है आपका घर, घबराए नहीं, आप भी बन सकते हैं अमीर
-
Mulank 5 Numerology 2024: इस मूलांक के लोगों को मई में मिलने वाली है तरक्की या नई नौकरी