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पंजाब: आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता यामिनी गोमर ने थामा कांग्रेस का हाथ

पंजाब विधान सभा चुनावों के मद्देनजर दल-बदल की राजनीति भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य यामिनी गोमर ने रविवार को कांग्रेस की सदस्यता ले ली।

Updated on: 25 Dec 2016, 08:46 PM

नई दिल्ली:

पंजाब विधान सभा चुनावों के मद्देनजर दल-बदल की राजनीति भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य यामिनी गोमर ने रविवार को कांग्रेस की सदस्यता ले ली। यामिनी पंजाब में आप के संस्थापक सदस्यों में से एक थी। लोकसभा चुनाव-2014 में आप के टिकट पर होशियारपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुकी है।

यामिनी ने रविवार को यहां पत्रकारों से कहा कि उन्होंने इसी महीने आप से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि पंजाब में राज्य अपने सिद्धांत से हट चुकी है।आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए यामिनी ने पार्टी पर 'तानाशाह' और 'भ्रष्ट' होने का आरोप भी लगाया।

उन्होंने कहा कि आप का नेतृत्व 'दलित विरोधी', 'सिख विरोधी' और 'पंजाब विरोधी' हो चुका है।

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यामिनी ने आप पार्टी पर और भी कई संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में आप कार्यकर्ताओं को पार्टी नेताओं और राज्य से बाहर के पर्यवेक्षकों का गुलाम बना दिया गया है।उन्होंने आप नेता संजय सिंह और दुर्गेश पाठक पर प्रत्याशियों को टिकट देने और पार्टी के कामकाज में जालसाजी करने का आरोप भी लगाया।

आप की प्रदेश इकाई ने यामिनी के इस्तीफे को खारिज कर दिया है और कहा है कि यामिनी ने इसलिए इस्तीफा दिया, क्योंकि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया गया।

आप के प्रदेश संयोजक गुरप्रीत सिंह ने कहा, "टिकट न मिलने के कारण यामिनी यह सब कर रही हैं। यामिनी ने राज्य में दलितों के साथ धोखा किया है। राज्य में दलित समुदाय के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है और आप पार्टी ने दलित मुद्दों और समस्याओं को उठाने के लिए दलित मैनिफेस्टो जारी किया है। राज्य में पहली बार किसी पार्टी ने उप-राज्यपाल पद पर किसी दलित को नियुक्त करने का वादा किया है।"

यामिनी लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बाद तीसरे स्थान पर रही थीं। गौरतलब है कि पंजाब की कुल आबादी में दलित समुदाय 32 फीसदी है।