1. सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता: यह एशिया का सबसे बड़ा चर्च है, जो 1847 में बनाया गया था. यह चर्च इंडो-गोथिक शैली में बनाया गया है और इसका डिजाइन लंदन के सेंट पॉल कैथेड्रल पर आधारित है.
2. क्राइस्ट चर्च, शिमला: यह भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है, जो 1857 में बनाया गया था. यह चर्च नव-गोथिक शैली में बनाया गया है और हिमालय के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है.
3. सेंट जॉन कैथेड्रल, धर्मशाला: ये चर्च 1863 में बनाया गया था और यह हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा चर्च है. यह चर्च अंग्रेजी पुनर्जागरण शैली में बनाया गया है और इसमें रंगीन कांच की खिड़कियां हैं.
4. बेसिलिका ऑफ बॉम जीजस, गोवा: 1605 में इस चर्च का निर्माण हुआ था और यह गोवा का सबसे प्रसिद्ध चर्च है. यह चर्च बारोक शैली में बनाया गया है और इसमें सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेष हैं.
5. ऑल सेंट चर्च, कुन्नूर: यह चर्च 1859 में बनाया गया था और यह नीलगिरि पहाड़ों का सबसे प्रसिद्ध चर्च है. यह चर्च अंग्रेजी गोथिक शैली में बनाया गया है और इसमें सुंदर उद्यान हैं.
6. सेंट थॉमस कैथेड्रल, चेन्नई: 1504 में ये चर्च बनाया गया था और यह भारत के सबसे पुराने चर्चों में से एक है. यह चर्च पुर्तगाली शैली में बनाया गया है और इसमें सेंट थॉमस के अवशेष हैं.
7. सेंट फ्रांसिस चर्च, कोच्चि: यह चर्च 1503 में बनाया गया था और यह भारत के सबसे पुराने चर्चों में से एक है. यह चर्च पुर्तगाली शैली में बनाया गया है और इसमें सेंट फ्रांसिस के अवशेष हैं.
8. मेरी मां का गिरजाघर, मुंबई: इस चर्च का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. यह चर्च 1911 में बनाया गया था और यह मुंबई का सबसे प्रसिद्ध चर्च है. यह चर्च नव-गोथिक शैली में बनाया गया है और इसमें 100 फीट ऊंची घंटाघर है
9. सेंट जोसेफ कैथेड्रल, बेंगलुरु: यह चर्च 1881 में बनाया गया था और यह बेंगलुरु का सबसे प्रसिद्ध चर्च है. यह चर्च फ्रांसीसी गोथिक शैली में बनाया गया है और इसमें रंगीन कांच की खिड़कियां हैं.
10. सेंट मैरी चर्च, हैदराबाद: यह चर्च 1854 में बनाया गया था और यह हैदराबाद का सबसे प्रसिद्ध चर्च है. यह चर्च अंग्रेजी गोथिक शैली में बनाया गया है और इसमें सुंदर उद्यान हैं.