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उना दलित कांड: 37 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, 4 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

उना दलित पिटाई मामले में 4 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में सीआईडी अबतक 43 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी ने 3 नाबालिग समेत 34 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है।

Updated on: 08 Sep 2016, 09:32 AM

अहमदाबाद:

उना दलित पिटाई मामले में 4 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। सीआईडी ने एक पुलिस इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर और 2 कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच कर रही सीआईडी ने आरोप लगाया है कि दलितों की पिटाई में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत है।

इस मामले में सीआईडी अबतक 43 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। तत्कालीन मुख्यमंत्री आंनदीबेन पटेल ने सीआईडी क्राइम ब्रांच से इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। सीआईडी ने जांच के बाद 1500 पन्ने से अधिक का आरोप पत्र दायर किया है। जांच एजेंसी ने 34 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। उना अदालत में बुधवार को दाखिल आरोपपत्र में 34 लोगों के अलावा 3 नाबालिगों पर भी आरोप तय किए गए हैं।

34 आरोपियों पर आइपीसी की धाराओं 307 (हत्या का प्रयास), 397 (लूटपाट), 365 (अपहरण), 355 (किसी व्यक्ति को अपमानित करने के लिए हमला), 342 (गलत तरह से बंधक बनाना), 147 (दंगा भड़काना), 324 (हथियार से आहत करना) और 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) आदि के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।

क्या है मामला?

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उना में कथित गौरक्षकों ने 7 दलित युवकों की पिटाई की थी। जिसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। जिसमें गौरक्षक दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई करते दिख रहे हैं। इस घटना को लेकर देश भर में प्रदर्शन हुए थे। साथ ही राजनीतिक जगत में भी इसकी खूब आलोचना हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया था।

राजनीति का केंद्र बना था उना

पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल, बीएसपी अध्यक्ष मायावती, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने उना जाकर पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात की थी। दलित पिटाई मामले को राज्यसभा और लोकसभा में भी उठाया गया था। विपक्षी दल कांग्रेस, बीएसपी, जेडीयू, सीपीआई(एम), आप ने बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया था।