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पाकिस्तान के जवाब पर भारत का पलटवार, कहा कश्मीर हमारा है और रहेगा

ईनाम गंभीर ने पाकिस्तानी समकक्ष मलीहा लोधी के आरोपों पर करारा पलटवार किया है

Updated on: 27 Sep 2016, 01:34 PM

नई दिल्ली:

यूएन के 71 वें अधिवेशन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के भाषण से तिलमिलाए पाकिस्तान ने जवाब देने के अधिकार के तहत भारत पर कई तरह के आरोप लगाए जिसके जवाब में यूएन में भारत की सचिव एनम गंभीर ने पाकिस्तानी समकक्ष मलीहा लोधी के आरोपों पर करारा पलटवार करते हुए कहा विदेश मंत्री ने यूएन में साफ शब्दों में कह दिया है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा।गौतलब है कि पाकिस्तान ने कश्मीर को हमेशा से दोनों देशों के बीच विवादित जगह बताया था।

पढ़िए भारत ने पाकिस्तान को कैसे दिया करारा जवाब

1.पाकिस्तान के आरओरआर यानि राइट टू रिप्लाई पर प्रतिक्रिया देते हुए एनम गंभीर ने कहा पाकिस्तान को ये बताना चाहिए की पीओके जो विवादित जमीन है वो बिना पाकिस्तान की मर्जी के आतंकवादियों के लिए कैसे एक सुरक्षित पनाहगार बन गया है और वो उस जमीन पर करोड़ों डॉलर का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंक फैलाने के लिए क्यों कर रहे हैं।

2.गंभीर ने कहा जो पाकिस्तान हमेशा लोकतंत्र और मानव अधिकार का हमेशा हनन करता आया है वो हमें क्या पाठ पढ़ा रहा है। वो आतंक को स्पॉन्सर करता है और आतंकवादियों को अपने घर में पालता है और उसे भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है।

3.पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार को आतंकवाद रोकने के लिए हर साल अरबों डॉलर मिलता है लेकिन फिर भी वहां आतंकवाद क्यों फैल रहा है इस पर कभी कोई जवाब नहीं दिया जाता आखिर वहां की सरकार और सेना उनपर लगाम क्यों नहीं लगा पा रही है ये पाकिस्तान को बताना चाहिए।

4.क्या पाकिस्तान के प्रतिनिधि ये बता सकते हैं कि वो राज्य नीति के तौर पर पर्दे के पीछे से आतंकवाद का इस्तेमाल क्यों करते हैं और उन्हें बढ़ावा क्यों देते हैं।

5.क्या पाकिस्तानी सरकार इस बात से इनकार कर सकती है कि साल 2004 में उन्होंने भारत सरकार से वादा किया था कि वो अपनी जमीन और क्षेत्रों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ होने वाले किसी भी गतिविधि में नहीं होने देंगे लेकिन 2004 के बाद भारत में जितने हमले हुए क्या पाकिस्तान उसको झुठला सकता है। पाकिस्तान उस वादे को निभाने में नाकाम साबित हुआ है।

6.क्या पाकिस्तान इस बात से इनकार कर सकता है कि 1971 में उस देश की सेना ने मानव इतिहास के सबसे बड़े नरसंहार को अंजाम दिया था। क्या पाकिस्तान इन बातों से इनकार कर सकता है कि वो अपने ही देश के लोगों पर सशस्त्र बलों, तोपखानों और हवाई हमले करके उनकी आवाज को हमेशा से दबाता रहा है।

गौरतलब है कि यूएन में सुषमा स्वराज के भाषण की तारीफ हर तरफ हो रही है और कूटनीतिक तौर पर भी पाकिस्तान को एक बार फिर यूएन में मुंह की खानी पड़ी है।