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गाजीपुर में पेश हुई हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल, एक साथ तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए तीर्थयात्री

एक तरफ जहां प्रदेश में कैराना और मुजफ्फर नगर मामलों में हिन्दु और मुस्लिम ध्रुवीकरण की घटनाएं देखने को मिल रही थी।

Updated on: 27 Sep 2016, 02:26 PM

गाजीपुर:

एक तरफ जहां प्रदेश में कैराना और मुजफ्फर नगर मामलों में हिन्दू और मुस्लिम ध्रुवीकरण की घटनाएं देखने को मिल रही थी। वहीं गाजीपुर में एक अनोखी तीर्थयात्रा से प्रदेश सरकार ने धार्मिक सौहार्द कायम करने का प्रयास किया।

सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए गाजीपुर में सोमवार रात हिन्दू और मुस्लमान एक ही बस में सवार होकर अपने अपने धर्मस्थलों की ओर रवाना हुए। हिन्दू और मुस्लिम तीर्थयात्रियों से भरी बस पुष्कर और अजमेर शरीफ के लिए रवाना हुई। बस को धर्मार्थकार्य राज्यमंत्री विजय मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी श्रवण यात्रा योजना के तहत सोमवार रात गाजीपुर से बस द्वारा कानपुर के लिए तीर्थयात्रियों को रवाना किया गया। जिसमें हिन्दू और मुस्लिम दोनों शामिल थे। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क तीर्थ यात्रा करायी जा रही है। गाजीपुर से बस द्वारा कानपुर के लिए रवाना हुए तीर्थ यात्री स्पेशल ट्रेन में एक साथ पुष्कर और अजमेर शरीफ के लिए रवाना होगें। इस योजना के तहत चयनित तीर्थयात्रियों के यात्रा के सभी खर्च जैसे आने जाने का किराया, रहना, खाना, चिकित्सा आदि सभी खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी।

इस अनोखी तीर्थयात्रा से निश्चित ही इस योजना से प्रदेश सरकार को हिन्दू और मुस्लमानों को एक दूसरे के करीब लाने में मदद मिलेगी।