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छत्तीसगढ़ गोशाला में भूख से मरने वाली 200 गायों की मौत के लिए राज्य सरकार ज़िम्मेदार: हरीश वर्मा

हरीश वर्मा ने छत्तीसगढ़ के बीजेपी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य सरकार गौशाला में रह रही गायों के रखरखाव के लिए आर्थिक मदद करने में अक्षम रही है।

Updated on: 19 Aug 2017, 12:15 PM

highlights

  • छत्तीसगढ़ सरकार शगुन गौशाला में रह रही 200 से अधिक गायों की मौत के लिए ज़िम्मेदार 
  • राज्य सरकार गायों के रखरखाव के लिए हर साल 10 लाख़ रुपये देने का किया था वादा

 

नई दिल्ली:

बीजेपी नेता हरीश वर्मा ने छत्तीसगढ़ दुर्ग ज़िले में शगुन गौशाला में रह रही 200 से अधिक गायों की मौत को लेकर अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक हरीश वर्मा ने छत्तीसगढ़ के बीजेपी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य सरकार गोशाला में रह रही गायों के रखरखाव के लिए आर्थिक मदद करने में अक्षम रही है।

शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस घटना को लेकर जमुल पंचायत के बीजेपी उपाध्यक्ष हरीश वर्मा पर भरोसा तोड़ने और लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था।

आस-पास के लोगों का कहना है कि पिछले एक हफ़्ते में कम से कम 200 गायों की मौत हुई है। वहीं जानवरों के डॉक्टर ने पिछले दो दिनो में 27 गायों की पोस्टमॉर्टम करने की बात क़बुल की है।

वर्मा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही इस बारे में जानकारी दी थी और बताया था कि उनके पास पैसे का आभाव है।

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उन्होंने कहा, 'ये गोशाला 220 गायों के लिए बनाई गई थी लेकिन अभी उसमें 600 गायें रह रही है। राज्य सरकार ने इन गायों के रखरखाव के लिए हर साल 10 लाख़ रुपये देने का वादा किया था लेकिन पिछले दो सालों से मुझे पैसे नहीं दिए गए। पिछले साल भी मुझे 10 लाख़ रुपये नहीं दिए गए थे। मुझसे कहा गया था कि हर तीन महीने में मुझे पैसे दिए जाएंगे लेकिन पिछले एक सालों में मुझे कुछ भी नहीं दिया गया। इस बारे में मैने पिछले साल दिसम्बर महीने और इस साल मार्च में छत्तीसगढ़ गोसेवा आयोग को चिट्ठी लिखकर अपनी परेशानी से अवगत भी कराया था।'

इससे पहले हरीश वर्मा ने अपने उपर लगे लापरवाही के आरोप पर सफाई देते हुए कहा था, 'मैं 2010 से ये गोशाला चला रहा हूं। मैं इस तरह के आधारहीन आरोप का जवाब देना नहीं चाहता हूं। पिछले 2 दिनो में किल 16 गायें मरी है। जो गायें यहां भेजी गई थी वो बूढ़ी और कमज़ोर है। गोशाला में पानी और चारे की कोई कमी नहीं थी। दो दिन पहले ही यहां बारिश हुई थी जिसकी वजह से दिवारें ढ़ह गई और गाये मर गई।'

ज़ाहिर है कई बीजेपी शासित राज्यों में सरकार ने गोहत्या को बंद करने और गाय को बचाने की मुहिम शुरु की है ऐसे में इस तरह की घटनाएं लोगों के लिए चौकाने वाली है।

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