विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप: साइना नेहवाल सेमीफाइनल में, स्कॉटलैंड की क्रस्टी को हराया
भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
ग्लासगो:
भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
शुक्रवार देर रात खेले गए महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में साइना ने स्कॉटलैंड की क्रस्टी गिलमोउर को मात दी।
यह मुकाबला साइना के लिए आसान नहीं था। करीब एक घंटे 14 मिनट तक चले संघर्ष में साइना ने गिलमोउर को 21-19, 18-21, 21-15 से मात दी।
सेमीफाइनल मुकाबले में साइना का सामना जापान की खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा से होगा। दोनों के बीच अब तक हुए मुकाबले का रिकॉर्ड देखा जाए, तो इसमें साइना का पलड़ा ही भारी रहा है। अब तक हुए सात मुकाबलों में से छह में साइना ने जीत हासिल की है। इस कारण उन्होंने ओकुहारा पर 6-1 की बढ़त बनाई।
और पढ़ेंः वर्ल्ड चैम्पियनशिप: पीवी सिंधु सेमीफाइनल में, चीन की सुन यू को हराया
इससे पहले, पी. वी. सिंधु ने भी महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीन की सुन यू को मात देते हुए अंतिम चार में प्रवेश किया।
विश्व की चौथी वरीयता प्राप्त सिंधु ने 39 मिनट तक चले मुकाबले में चीनी खिलाड़ी को 21-14, 21-9 से मात दी।
सेमीफाइनल में सिंधु का सामना चीन की ही चेन यूफेई से होगा जिन्होंने एक और क्वार्टर फाइनल मुकाबले में थाइलैंड की रातचानोक इंतानोन को कड़े मुकाबले में 14-21, 21-16, 21-12 से मात देते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
सिंधु और साइना अगर अपने-अपने सेमीफाइनल मैचों में जीत हासिल कर लेती हैं, तो फाइनल में दोनों खिलाड़ी आमने-सामने होंगी।
और पढ़ेंः वर्ल्ड चैम्पियनशिप: किदांबी श्रीकांत क्वॉर्टर फाइनल में कोरियाई खिलाड़ी से हारकर बाहर
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Principles Of Hinduism : क्या हैं हिंदू धर्म के सिद्धांत, 99% हिंदू हैं इससे अनजान
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, भग्योदय होने में नहीं लगेगा समय
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी
-
Sanatan Dharma: सनातन धर्म की बड़ी भविष्यवाणी- 100 साल बाद यह होगा हिंदू धर्म का भविष्य