महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा, इन वजहों से छोड़नी पड़ी कप्तानी
धोनी ने कहा कि टीम के लिए हर प्रारूप में अलग-अलग कप्तान होना अच्छा नहीं है।
नई दिल्ली:
हाल ही में एकदिवसीय और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने वाले महेन्द्र सिंह धोनी ने शुक्रवार को कहा, 'उनका मानना है कि खेल के तीनों प्रारूपों में एक ही कप्तान होना चाहिए। इस कारण मैंने कप्तानी छोड़ दी।' धोनी टेस्ट टीम की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके थे। अब उन्होंने एकदिवसीय और टी-20 टीम की कप्तानी भी छोड़ दी है। इससे विराट कोहली के तीनों प्रारूप का कप्तान होने का रास्ता साफ हो गया।
सभी प्रारूप में एक कप्तान रहने से टीम होती है बेहतर
धोनी ने कहा कि टीम के लिए हर प्रारूप में अलग-अलग कप्तान होना अच्छा नहीं है। सभी प्रारूप में एक कप्तान रहने से टीम बेहतर होती है। उन्होंने कोहली को कप्तानी सौंपने का यह सही समय बताया। धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला से पहले पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बातें कहीं।
धोनी ने कहा, 'टेस्ट कप्तान के रूप में इस्तीफा देने के समय से ही मुझे पता था कि भारत में दो कप्तानों की रणनीति कभी काम नहीं करेगी।'
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सीमित ओवरों की टीम में विकेटकीपर के तौर पर शामिल धौनी ने कहा कि वह कोहली के टेस्ट कप्तान के तौर पर सहज होने का इंतजार कर रहे थे और इसीलिए उन्होंने सही समय पर कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला किया।
धौनी ने कहा, 'मैं सही समय का इंतजार कर रहा था। मैं चाहता था कि कोहली टेस्ट प्रारूप में अपने पैर जमा लें। मेरे फैसला गलत नहीं है। यह समय की बात थी और मुझे लगा कि अब इस्तीफा देने का सही समय है।'
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