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खिलाड़ियों के विरोध के बाद सीएम खट्टर ने एक तिहाई टैक्स के फैसले पर लगाई रोक

खिलाड़ियों की कमाई पर एक तिहाई टैक्स के नियम पर नाराजगी सामने आने के बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मामले को लेकर सफाई दी है।

Updated on: 08 Jun 2018, 11:35 PM

नई दिल्ली:

हरियाणा के खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि और विज्ञापनों से मिलने वाले पैसों की कमाई पर एक तिहाई टैक्स के नियम पर नाराजगी सामने आने के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मामले को लेकर सफाई दी है।

उन्होंने खेल विभाग की ओर से 30 अप्रैल को जारी किए गए इस आदेश पर अगली सूचना तक रोक भी लगा दी है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को एक ट्विट के जरिए यह जानकारी दी।

खट्टर ने कहा,' मैंने खेल विभाग से इस संबंध में सभी फाइलें और जानकारी मांगी है और अगले आदेश तक 30 अप्रैल को जारी की गई अधिसूचना को रोक दिया गया है। हमें अपने खिलाड़ियों के अतुलनीय योगदान पर गर्व है।'

बता दें कि हरियाणा सरकार के खिलाड़ियों से उनकी आय का हिस्सा देने का फैसला आने के बाद राज्य सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही थी।

सरकार के इस आदेश पर भारतीय कुश्ती खिलाड़ी गीता फोगाट ने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा था कि क्या सरकार जानती भी है कि खिलाड़ियों को किस तकलीफ का सामना करना पड़ता है। वह खिलाड़ियों के आय का एक तिहाई कैसे मांग सकते हैं।

इसी आलोचना की आंच में सरकार ने तुरंत प्रभाव से इस फैसले पर अगली सूचना तक के लिए रोक लगा दी।

हालांकि सरकार के आदेश पर रोक लगाने से पहले हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने खेमका ने फैसले का बचाव किया था।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 30 अप्रैल को एक अधिसूचना जारी कर सभी खिलाड़ियों से पेशेवर समारोह से मिलने वाली पुरस्कार राशि और विज्ञापनों से मिलने वाले पैसों का एक-तिहाई हिस्सा राजकोष में जमा कराने की बात कही थी।

अधिसूचना में कहा गया था कि खिलाड़ियों से लिया गया यह एक-तिहाई धन हरियाणा में खेल के और उभरती प्रतिभाओं के विकास में इस्तेमाल किया जाएगा।

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