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CWG 2018: क्या मैरीकॉम जीत पाएंगी राष्ट्रमंडल खेलों में पहला गोल्ड

सबसे ज्यादा जिस खिलाड़ी से मेडल की उम्मीद है वह मैरी कॉम ही है। यह पहली बार होगा जब मैरीकोम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेंगी। उन्होंने 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था।

Updated on: 04 Apr 2018, 01:17 PM

नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को अपने देश के मुक्केबाजों से बहुत उम्मीदें हैं। इस बार के राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष टीम में आठ में से सात मुक्केबाज पहली बार इन खेलों में शिरकत करेंगे।

वहीं महिला टीम की बात करें तो सीनियर बॉक्सर मैरीकोम की अगुआई में चार सदस्यीय महिला टीम तैयार है।

सबसे ज्यादा जिस खिलाड़ी से मेडल की उम्मीद है वह मैरी कॉम ही है। यह पहली बार होगा जब मैरीकोम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेंगी। उन्होंने 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था।

मैरी कॉम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एशियन महिला चैंपिनशिप में अभी स्वर्ण पदक जीता था। इस बार भी पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकोम से भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड की उम्मीद है।

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अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारत ने मुक्केबाजी में कुल 28 पदक जीते हैं। इसमें 5 स्वर्ण, 9 रजत और 14 कांस्य पदक शामिल हैं। 2014 के ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के खाते में 5 पदक आए थे। इसमें 4 रजत और 1 कांस्य शामिल हैं। वहीं 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय मुक्केबाजों ने 3 स्वर्ण समेत 7 पदक हासिल किए थे।

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