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डोपिंग टेस्ट में फेल हुई संजीता चानू, IWF ने लगाया अस्थाई प्रतिबंध

राष्ट्रमंडल खेलों में 2 बार वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली संजीता चानू डोप टेस्ट में फेल हो गई है।राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (IWF) ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

Updated on: 31 May 2018, 10:46 PM

नई दिल्ली:

अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने डोप टेस्ट में विफल रहने के बाद गोल्ड कोस्ट राष्टमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय महिला भारोत्तोलक संजीता चानू को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।

आईडब्ल्यूएफ ने एक बयान में कहा, 'आईडब्ल्यूएफ ने संजीता चानू को टोप टेस्ट में फेल पाया है। उनके नमूने में एनाबॉलिक स्टेरॉइड टेस्टोस्टेरॉन नाम का ड्रग पाया गया है जो प्रतिबंधित किया जा चुका है। इसी के चलते उन्हें डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन करने पर अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।'

मणिपुर की संजीता के पास अब आईडब्ल्यूएफ के फैसले को डोपिंग रोधी अनुशासन समिति के समक्ष चुनौती देने का अधिकार है। हालांकि यदि वह अपना मुकदमा हार जाती हैं तो गोल्ड कोस्ट में जीते गए स्वर्ण पदक उनसे छीन लिया जाएगा। 

संजीता ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में कुल 192 किलो वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता था और नया रिकॉर्ड बना दिया था। 

फेडरेशन ने हालांकि डोप परीक्षण नमूना लेने की तारीख जैसे अन्य विवरण नहीं दिया और कहा, 'आईडब्ल्यूएफ इस मामले के समाप्त होने तक और कोई टिप्पणी नहीं करेगा।'

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