logo-image

World Badminton Championship: सिंधु के पास इतिहास रचने का मौका

अभी तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक नहीं जीत सका है। ऐसे में सिंधु अगर स्वर्ण जीतने में सफल रहती हैं तो वह इतिहास रच देंगी।

Updated on: 05 Aug 2018, 11:07 AM

चीन:

भारत की सफल बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु लगातार दूसरी बार विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के महिला एकल वर्ग के फाइनल में जगह बनाने में सफल रही हैं जहां उनका सामना आज स्पेन की कैरोलिना मारिन से होगा। अभी तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक नहीं जीत सका है। ऐसे में सिंधु अगर स्वर्ण जीतने में सफल रहती हैं तो वह इतिहास रच देंगी। 

सिंधु ने पिछले साल भी इस चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया था जहां उन्हें जापान की नोजोमी ओकुहारा से मात खानी पड़ी थी। वहीं मारिन ने चीन की ही बिंगजियाओ को मात देकर तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई।

और पढ़ें- आरक्षण पर नितिन गडकरी ने कहा- यह रोजगार की गारंटी नहीं, कहां हैं नौकरियां?

अब एक बार फिर सिंधु के सामने इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने का मौका है, लेकिन उनका सामना उस खिलाड़ी से जिससे वो रियो ओलम्पिक-2016 के फाइनल में मात खा चुकी हैं। मारिन ने ही दो साल पहले सिंधु को पहला ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतने से रोक दिया था। 

दोनों के बीच अभी तक कुल 11 मुकाबले हुए हैं जिसमें से छह में मारिन को फतह हासिल हुई है तो पांच बार सिंधु उन्हें शिकस्त देने में कामयाब रही हैं। दोनों के बीच हाल ही में सबसे ताजा भिड़ंत मलेशिया ओपन में हुई थी जहां सिंधु ने मारिन को 22-22, 21-19 से मात दी थी। 

विश्व चैम्पियनशिप में दोनों की यह दूसरी भिड़ंत होगी। इससे पहले सिंधु और मारिन 2014 ेमं लि निंग में खेली गई विश्व चैम्पियनशिप में भिड़ चुकी हैं जहां मारिन बाजी मार ले गई थीं। 

फाइनल में पहुंच कर हालांकि सिंधु ने अपना दूसरा रजत और कुल चौथा पदक पक्का कर लिया है। अभी तक सिंधु विश्व चैम्पिनयशिप में तीन पदक अपने नाम कर चुकी हैं। उन्होंने 2013 और 2014 में लगातार दो बार कांस्य पदक जीते थे। वहीं 2017 में पहला रजत पदक अपने नाम किया था। 

सिंधु के लिए यह मुकाबला किसी भी लिहाज से आसान नहीं होगा। शानदार फॉर्म में चल रही मारिन दो बार पहले भी इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल चुकी हैं और दोनों बार उन्हें जीत मिली है।

पहली बार मारिन ने 2014 में चीन की ली झुइरुई को मात दी थी तो वहीं 2015 में भारत की ही सायना नेहवाल को हराया था। दो स्वर्ण के साथ उतरने वाली मारिन पूरे आत्मविश्वास से भरी होंगी ऐसे में सिंधु के लिए उनका सामना करना आसान नहीं होगा। 

और पढ़ें- Ind Vs Eng: हार मिलने के बाद कोहली ने कहा- खेल में सुधार करने की जरूरत

दोनों के बीच हुए बीते मैच बताते हैं कि फाइनल मैच रोमांचक हो सकता है।