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राफेल मामले में हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही बाधित

खड़गे ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के कार्यकाल में प्रति विमान 526 करोड़ रुपये का करार किया गया था।

Updated on: 09 Aug 2018, 02:08 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा में गुरुवार को राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस सांसदों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही बाधित हुई। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शून्य काल में यह मामला उठाया और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया गया। सरकार फ्रांस के साथ हुए राफेल करार मामले में देश को गुमराह कर रही है। खड़गे ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के कार्यकाल में प्रति विमान 526 करोड़ रुपये का करार किया गया था। 

उन्होंने कहा, 'लेकिन अब विमान की कीमत तीन गुना बढ़कर 1600 करोड़ रुपये प्रति विमान हो गई है।'

उन्होंने कहा, 'राफेल 45,000 करोड़ रुपये का देश का सबसे बड़ा घोटाला है। हम इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग करते हैं।'

खड़गे के बयान के बाद कांग्रेस के सभी नेता तख्तियां लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समक्ष पहुंच गए और 'लोगों और सदन को गुमराह करने' का आरोप लगाया और 'राफेल पर एक जेपीसी गठित करने' की मांग की।

जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 20 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

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लोकसभा की कार्यवाही इससे पहले भी प्रश्नकाल के दौरान 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई थी, जब तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) के सदस्यों ने राज्य में रक्षा भूमि के आवंटन की मांग को लेकर हंगामा किया।