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महाराष्ट: बीएमसी चुनाव में शिवसेना का एमएनएस के संग गठबंधन से इंकार

बीजेपी से अलग होने के बाद शिवसेना ने एमएनएस के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है।

Updated on: 31 Jan 2017, 09:47 AM

highlights

  • बीएमसी चुनावों में अकेले लड़ेगी शिवसेना 
  • एमएनएस के साथ गठबंधन करने से इंकार
  • बीजेपी को हराना शिवसेना का लक्ष्य 

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के बीएमसी चुनावों में शिवसेना पूरी तरह से अकेले ही मैदान में उतरने की तैयारी में है। बीजेपी से अलग होने के बाद शिवसेना ने एमएनएस के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है। एमएनएस की ओर से बाला नांदगांवकर प्रस्ताव लेकर गए मातोश्री गए थे।

हालांकि उद्धव ठाकरे के साथ उनकी कोई मुलाकात नहीं हो सकी। ना ही शिवसेना की तरफ से कोई जवाब आया। इससे ये साफ हो गया है कि शिवसेना किसी के साथ भी गठबंधन करने के मूड में नहीं है।

गठबंधन पर सकारात्मक प्रक्रिया ना मिलने पर नांदगांवकर ने कहा,' 'बीएमसी चुनाव में छोटा भाई बनकर चुनावी गठबंधन का प्रस्ताव लेकर मैं खुद मातोश्री गया था। इसके बावजूद अगर उद्धव ठाकरे यह कह रहे हैं कि उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं मिला, तो अब मैं इस पर आगे क्या कह सकता हूं।'

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एमएनएस बिना किसी शर्त के शिवसेना के साथ चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि 'राज्य की अस्मिता' और 'मराठी मानुस' की एकता के लिए वह गठबंधन का प्रस्ताव लेकर गए थे।
सूत्रों की माने को शिवेसेना का लक्ष्य बीजेपी को पूरे राज्य में हराने का है।