महाराष्ट्र के अनोखे स्कूल 'आजीबाईची शाला' में पढ़ती है 90 साल की दादियां
'आजीबाईची शाला' में जहां महिलाए गुलाबी पोशाक पहने, कंधे पर बस्ता टांगे हर सुबह पढ़ने जाती है। नर्सरी की उन कविताओं को फिर से दोहराती है जो एक उम्र पहले वह भूल गई है। आपको जानकर आशर्चय होगा कि सभी छात्राएं 60 से 90 साल की उम्र की हैं।
नई दिल्ली:
पढ़ने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती ऐसा ही देखने को मिला है महाराष्ट्र के 'आजीबाईची शाला' में जहां वृद्ध महिलाए गुलाबी पोशाक पहने, कंधे पर बस्ता टांगे हर सुबह पढ़ने जाती है। आपको जानकर आशर्चय होगा कि सभी छात्राएं 60 से 90 साल की उम्र की हैं।
कांता और उनकी दोस्त भी यहां के फांगणे गांव स्थित दादी नानियों के स्कूल ‘आजीबाईची शाला’ में पढ़ती हैं, जहां वे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करती हैं और गणित, अक्षरज्ञान और उनके सही उच्चारण के साथ नर्सरी कविताओं का अभ्यास करती हैं।
45 साल की योगेंद्र बांगड़ ने 'आजीबाईची शाला' की सुरु की। इस स्कूल का लक्ष्य गांव की बुजुर्ग महिलाओं को शिक्षित करना है। फांगणे जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बांगड़ ने मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर यह पहल शुरू की थी।
और पढ़ें:महाराष्ट्र: लातूर में जहरीली गैस की चपेट में आने से 9 लोगों की मौत
मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट इन महिलाओं को स्कूल के लिये गुलाबी साड़ी, स्कूल बैग, एक स्लेट और चॉक पेंसिल जैसे जरूरी सामान के साथ कक्षा के लिये श्यामपट्ट उपलब्ध कराता है।इस स्कूल की मदद से कांता अब मराठी में पढ़-लिख सकती हैं। वह कहती हैं कि शिक्षित होने से वह आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा ‘शुरू शुरू में मैं शर्माती थी और हिचकिचाती थी लेकिन जब मैंने अपनी उम्र और उससे अधिक की महिलाओं के शाला में पढ़ने आने की बात जानी तो फिर मैंने भी अपने फैसले पर आगे बढ़ी।'
इस स्कूल की सकारात्मक पहल से कई उम्रदराज महिलाओं को इस उम्र में शिक्षित होने का अवसर मिला है।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय