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मध्य प्रदेश: मूक-बधिर छात्राओं से रेप के बाद टूटी शिवराज सरकार की नींद, छात्रावासों के हर महीने निरीक्षण का दिया निर्देश

शिवराज ने कहा कि प्रदेश के उन सभी अनुदान प्राप्त, निजी अथवा सरकारी आश्रय स्थलों का हर माह निरीक्षण किया जाएगा, जहां बेटियां रहती हैं।

Updated on: 10 Aug 2018, 10:02 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश की राजधानी के एक गैर सरकारी संगठन के छात्रावास में मूक-बधिर युवतियों से रेप और अश्लील हरकतें किए जाने का खुलासा होने के बाद सरकार की एक बार फिर नींद टूटी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब सभी आश्रय स्थलों का हर माह निरीक्षण किया जाएगा। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में आश्रय स्थलों का हर महीने निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निजी संचालकों द्वारा चलाए जा रहे बालिकाओं के छात्रावासों के लिए भी नियम बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि ऐसी घटनाओं से मन व्यथित होता है। एनजीओ द्वारा संचालित बालिका छात्रावास का संचालतक पकड़ा गया, जिसने मूक-बधिर युवती से ज्यादती करने की अप्रिय घटना को अंजाम दिया और उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

शिवराज ने कहा कि प्रदेश के उन सभी अनुदान प्राप्त, निजी अथवा सरकारी आश्रय स्थलों का हर माह निरीक्षण किया जाएगा, जहां बेटियां रहती हैं। अनुदान प्राप्त संस्थाओं का फिलहाल हर दो महीने में निरीक्षण होता है।

मुख्यमंत्री ने अनाथालयों का भी निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि केवल संस्था चलाने वालों के भरोसे संचालन का काम नहीं छोड़ा जाएगा। नियमित निरीक्षण किया जाएगा। कई संस्थाएं अच्छे भाव से अनाथालय जैसी संस्थाएं चलाती हैं, लेकिन उनका भी नियमित निरीक्षण जरूरी है।

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उन्होंने कहा कि प्राइवेट हॉस्टल, जहां बाहर से बेटियां पढ़ने आती हैं, उनके लिए भी नियम बनाए जाएंगे। निरंतर निरीक्षण की व्यवस्था की जाएगी। समाज के साथ मिलकर प्रशासन पूरा प्रयास करेगा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अपराधी को कड़ी सजा मिलेगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस़ क़े मिश्रा और जनसंपर्क आयुक्त पी़ नरहरि भी उपस्थित थे।