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मध्यप्रदेश: मिड डे मील में मिली छिपकली, खाने से 50 बच्चे हुए बीमार

मध्यप्रदेश के दामोह के सरकारी स्कूल में मिड डे मील का खाना खाने के बाद 50 छात्र बिमार पड़ गए।

Updated on: 13 Jul 2018, 11:08 AM

मध्यप्रदेश:

मध्यप्रदेश के दामोह के सरकारी स्कूल में मिड डे मील का खाना खाने के बाद 50 छात्र बीमार पड़ गए। बच्चों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। साथ ही जांच के लिए खाने के नमूने भी ले लिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक यह जबलपुर हाइवे मार्ग पर स्तिथ प्राथमिक विद्यालय मारुताल की है। खाना खाने के बाद बच्चों को सिर दर्द और उल्टी की शिकायत होने पर  उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज जारी है। 

दिल्ली में ठीक एक दिन पहले इसी तरह की घटना हुई थी। जहां 30 लड़कियां स्कूल का मिड डे मील खाने की वजह से बीमार पड़ गई थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके खाने में एक छिपकली थी।

वहीं बीते हफ्तें भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी जहां खाने में एक छिपकली पाई गई थीं। जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मिड डे मील का खाना बनाने वाले दो किचन में अचानक निरीक्षण के लिए पहुंच गए थे। निरीक्षण के बाद उन्होंने कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की अनियमितताएं पाए जाने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी।

बीते हफ्ते शनिवार को दिल्ली के पूर्वी कैलाश नगर के एक सरकारी स्कूल में इसी तरह की घटना सामने आई थी मिड डे मील के खाने में एक मरी हुई छिपकली पाई गई थी। निरीक्षण के बाद शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि 'अब से मैं निरंतर मिड डे मील बनाने वाले किचन का निरीक्षण करता रहूंगा।'

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उन्होंने कहा, 'बच्चों के लिए भोजन तैयार करने का काम जिम्मेदारी से और सेवा की भावना के साथ किया जाना चाहिए। दस्ताने पहने हुए और जूते को ढकने जैसी सभी अनियमितताओं का ध्यान रखा जाना चाहिए।'

सिसोदिया ने एक किचन की एक दीवारों पर छिपकली और मगड़ी का जाल देखा। इस पर उन्होंने कहा कि इसी तरह दुर्घटनाएं होती हैं। खाने बनाने वाली जगह पर कोई छिलकली या मगड़ी का जाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आगे निरीक्षण के दौरान ऐसी कोई अनियमितताएं पाई जाती हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 पिछले हफ्ते, मिड डे मील में मरी हुई छिपकली में मिलने के बाद खाद्य आपूर्तिकर्ताओं के अनुबंध को खत्म कर दिया गया था। वह ठेकेदार 61 सरकारी स्कूलों में खाना पहुंचाता था। विद्यालय के प्रिंसिपल से शिकायत मिलने के बाद कल्याण पुरी पुलिस स्टेशन में भी एक मामला दर्ज किया गया था।

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