logo-image

IPL 2018 : जीत की राह पर बने रहना चाहेगी मुंबई इंडियंस

मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।

Updated on: 01 May 2018, 08:36 AM

नई दिल्ली:

मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उसने अभी तक सात मैचों में सिर्फ दो जीत दर्ज की है। दूसरी जीत उसने पिछले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स जैसी मजबूत टीम को मात देकर हासिल की थी।

उस जीत से मुंबई का हौसला जरूर बढ़ा होगा और अब अपने अगले मैच में एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ जीत की राह पर बने रहना चाहेगी।

बैंगलोर का भी यह सीजन खराब रहा है। उसे भी सात मैचों में सिर्फ दो जीत नसीब हुई है। मुंबई और बैंगलोर दोनों के चार-चार अंक हैं, लेकिन बेहतर रन रेट के मामले में मुंबई अंकतालिका में छठे स्थान पर है, जबकि बेंगलोर को सातवां स्थान मिला है।

बैंगलोर को अपने पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। अगर दोनों टीमों की तुलना की जाए तो मुंबई का पलड़ा इस मैच में भारी नजर आ रहा है। उसका कारण यह है कि मुंबई की टीम किसी एक के भरोसे नहीं है। उसके पास ऐसे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं, जो प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि बैंगलोर कप्तान विराट कोहली और अब्राहम डिविलियर्स के जिम्मे ही है।

मुंबई की बल्लेबाजी में सूर्यकुमार यादव ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने भी शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाई थी। वहीं इविन लुइस भी बड़ी पारियां खेलने का दम रखते हैं।

मुंबई के लिए बुरी बात यह रही है कि केरन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या का बल्ला इस सीजन में अधिकतर शांत रहा है। रोहित चाहेंगे कि अब जब टीम को क्वालीफायर में जाने के लिए लगातार जीत की जरूरत है तो ये दोनों अपना कमाल दिखाएं।

वहीं मुंबई की गेंदबाजी की मजबूत कड़ी मयंक मारकंडे रहे हैं। उन्होंने इस सीजन में अपनी लेग स्पिन से सभी को प्रभावित किया है। सात मैचों में उनके हिस्से 10 विकेट आए हैं। वहीं क्रुणाल पांड्या ने भी प्रभावित तो किया है, लेकिन वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाए हैं।

मिशेल मैक्लेघन का भी प्रदर्शन निरंतर अच्छा नहीं रहा है। मुंबई की इस सीजन में सबसे बड़ी कमजोरी टीम का एकजुट होकर न खेल पाना रहा है। अगर वह ऐसा कर पाने में सफल हो जाती है तो निश्चित ही बेंगलोर को मात दे देगी।

वहीं बैंगलोर को कप्तान कोहली और डिविलियर्स की छांव से बाहर निकलना होगा। इन दोनों के अलावा कोई और जिम्मेदारी लेने में सफल नहीं हो पाया है। जो दो मैच बैंगलोर ने जीते हैं, उनमें इन दोनों ने अहम भूमिका निभाई है।

डिविलियर्स पिछले मैच में नहीं खेले थे। उनके स्थान पर ब्रेंडन मैक्कलम को टीम में जगह दी गई थी। बुखार के कारण डिविलियर्स को बाहर बैठना पड़ा था। वह अगला मैच खेलते हैं या नहीं इस बात का पता मैच के दिन ही चलेगा।

बल्लेबाजी में मंदीप सिंह, मनन वोहरा जैसे युवा बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी।

गेंदबाजी शुरू से ही बैंगलोर की कमजोरी रही है। इस सीजन में भी उसकी गेंदबाजी में वो चीज नहीं दिखी है, जो टीम को जीत दिला सके। युजवेंद्र चहल और वॉशिंगटन सुंदर की स्पिन जोड़ी ने तो अच्छा किया है, लेकिन बाकी गेंदबाज उनका अनुसरण नहीं कर पाए हैं।

टीम :

मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, केरन पोलार्ड, मुस्तफिजुर रहमान, सूर्यकुमार यादव, क्रुणाल पांड्या, ईशान किशन, राहुल चहर, इविन लुइस, सौरभ तिवारी, बेन कटिंग, प्रदीप सांगवान, ज्यां पॉल ड्यूमिनी, तजिन्दर सिंह, शरद लुंबा, सिद्धेश लाड, आदित्य तारे, मयंक मारकंडे, अकिला धनंजय, अनुकूल रॉय, मोहसिन खान, एमडी निधीश, मिशेल मैक्लेघन, एडम मिलने।

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर : विराट कोहली (कप्तान), अब्राहम डिविलियर्स, सरफराज खान, क्रिस वोक्स, युजवेंद्र चहल, ब्रेंडन मैक्कलम, वॉशिंगटन सुंदर, नवदीप सैनी, क्विंटन डी कॉक, मनदीप सिंह, कुलवंत खेजरोलिया, कोलिन डी ग्रांडहोमे, उमेश यादव, मोइन अली, मनन वोहरा, अनिकेत चौधरी, मुरुगुन अश्विन, मनदीप सिंह, पवन नेगी, मोहम्मद सिराज, पार्थिव पटेल, अनिरुद्ध जोशी, पवन देशपांडे, टिम साउदी, कोरी एंडरसन।