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भारत-बांग्लादेश के बीच फिर से ट्रेन सेवा शुरू, कोरोना ने थामी थी बंधन-मैत्री एक्सप्रेस की रफ्तार

भारत और बांग्लादेश के बीच 2 सालों से भी ज्यादा समय बंद रहने के बाद आज आखिर कार ट्रेन सेवा शुरू हो गई. कोरोना वायरस के चलते दोनों देशों के बीच चलने वाली ट्रेन सेवा रुक गई थी. लेकिन अब ये सेवा नियमित तौर पर चलेगी. ईस्टर्न रेलवे-सियालदाह के पीआरओ और असिस्टेंट कॉमर्सियल मैनेजर एच.एन. गंगोपाध्याय ने बताया कि आज से बंधन...

Updated on: 29 May 2022, 11:41 AM

highlights

  • भारत-बांग्लादेश के बीच फिर से रेल सेवा शुरू
  • कोरोना की वजह से लग गई थी ट्रेन सेवा पर रोक
  • भारत-बांग्लादेश के बीच शुरू होंगी 6 रेलवे लाइन

नई दिल्ली:

भारत और बांग्लादेश के बीच 2 सालों से भी ज्यादा समय बंद रहने के बाद आज आखिर कार ट्रेन सेवा शुरू हो गई. कोरोना वायरस के चलते दोनों देशों के बीच चलने वाली ट्रेन सेवा रुक गई थी. लेकिन अब ये सेवा नियमित तौर पर चलेगी. ईस्टर्न रेलवे-सियालदाह के पीआरओ और असिस्टेंट कॉमर्सियल मैनेजर एच.एन. गंगोपाध्याय ने बताया कि आज से बंधन एक्सप्रेस और मैत्री एक्सप्रेस का संचालन फिर से शुरू किया जा रहा है. बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 6 रेल खंड़ों पर अब रेल सेवाओं को चालू किया जाएगा, इसमें से कई लाइनें साल 1965 की जंग के बाद से ही बंद थी. लेकिन भारत के प्रयासों के बाद उन्हें फिर से शुरू किया जा रहा है. 

बंधन-मैत्री एक्सप्रेस फिर से खुली, दोनों देश रेल सेवा से जुड़े

भारत और बांग्लादेश के दो महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने वाली ट्रेन सेवा बंधन एक्सप्रेस (कोलकाता से खुलना से कोलकाता) और मैत्री एक्सप्रेस (कोलकाता-ढाका-कोलकाता) के आज से चलने के साथ ही दो सालों से बंद रेल सेवा फिर से बहाल हो गई. ईस्टर्न रेलवे-सियालदाह के पीआरओ और असिस्टेंट कॉमर्सियल मैनेजर एच.एन. गंगोपाध्याय ने बताया कि बांग्लादेश से अधिकतर यात्री घूमने, मेडिकल सेवा के लिए और खरीददारी के लिए भारत आते हैं. पहले दिन बंधन एक्सप्रेस पर सिर्फ 19 यात्री सवार थे. वहीं, मैत्री एक्सप्रेस में 100 यात्रियों ने अपनी यात्रा पूरी की. उन्होंने बताया कि समय बढ़ने के साथ इन ट्रेनों में भी भीड़ बढ़ेगी. 

भारत-बांग्लादेश के बीच रेल सेवा शुरू

बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच रेल सेवा बढ़ाई जा रही है. कुछ समय पहले भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा था हमें बांग्लादेश के साथ संपर्क बढ़ाना होगा, विशेष रूप से भारत के नॉर्थ ईस्ट राज्यों के साथ, जो उसके पड़ोसी हैं. बांग्लादेश के साथ उन 6 ऐतिहासिक क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक की बहाली करनी होगी, जो 1965 से निष्क्रिय पड़ी हैं. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, ‘इन रेल लिंक के एक बार चालू होने के बाद, महिषासन (असम) से शाहबाज़पुर (बांग्लादेश) लिंक को बांग्लादेश के भीतर विस्तारित किया जाएगा और कुलुआरा-शाहबाजपुर रेल लाइन से जोड़ा जाएगा, जिसका वर्तमान में आधुनिकीकरण किया जा रहा है.’ उन्होंने बताया कि चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी (पश्चिम बंगाल) लाइन, जिसका दिसंबर 2020 में उद्घाटन किया गया था, यात्री यातायात सहित न्यू जलपाईगुड़ी के माध्यम से बांग्लादेश से असम की कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगी. अखौरा (बांग्लादेश) से अगरतला (त्रिपुरा) के बीच एक रेल लिंक विकसित किया जा रहा है.