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वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का निधन, 2 हफ्तों से चल रहे थे बीमार

जेठमलानी का निधन 95 वर्ष की उम्र में हुआ. वह पिछले 2 हफ्ते काफी बीमार थे. जेठमलानी का नाम सबसे बेहतरीन वकीलों में गिना जाता है.

Updated on: 08 Sep 2019, 09:41 AM

नई दिल्ली:

देश के जाने-माने वकील राम जेठमलानी का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में रविवार की सुबह निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमारी से पीड़ित थे.

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जेठमलानी का निधन 95 वर्ष की उम्र में हुआ. वह पिछले 2 हफ्ते काफी बीमार थे. जेठमलानी का नाम सबसे बेहतरीन वकीलों में गिना जाता है. उन्होंने अपने करियर में कई बड़े केस लड़े और जीते हैं. राम जेठमलानी राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपियों से लेकर चारा घोटाला मामले में आरोपी लालू प्रसाद यादव का केस लड़ चुके हैं. मशहूर वकील होने के साथ-साथ राम जेठमलानी केंद्रीय कानून मंत्री भी रह चुके हैं.  इसके अलावा वह बीजेपी की तरफ से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं. जेठमलानी ने 17 साल की उम्र में ही लॉ की डिग्री ले ली थी. हालांकि उन्हें प्रैक्टिस करने की इजाजत 18 साल की उम्र में मिली. वैसे वकालत की प्रैक्टिस की उम्र सीमा 21 साल की होती है, जबकि नियमों में संशोधन कर जेठमलानी को प्रैक्टिस करने की इजाजत 18 साल की उम्र में ही मिल गई थी.

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जेठमालनी ने कई चर्चित मामले मुफ्त में भी लड़े. वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने. बाद में 6 साल के लिए उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इसके बाद उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी  के खिलाफ लखनऊ से चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अपने सात दशक लंबे करियर के बाद 94 साल की उम्र में उन्होंने 2017 में सन्यास लेने की घोषणा की थी.