Dwarka Expressway: 9000 करोड़ की लागत.. 29 किलोमीटर लंबा, जानें द्वारका एक्सप्रेसवे की खासियत
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज द्वारका एक्सप्रेसवे के गुड़गांव खंड का उद्घाटन करने वाले है, जिसके बाद पीएम मोदी का एक सार्वजनिक संबोधन और एक रोड शो भी होगा.
नई दिल्ली :
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway inauguration) के गुड़गांव खंड का उद्घाटन करने वाले है, जिसके बाद पीएम मोदी का एक सार्वजनिक संबोधन और एक रोड शो भी होगा. गुड़गांव प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से बजघेरा सीमा पर हरियाणा में प्रवेश करेंगे, जहां राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उनका स्वागत करेंगे. इसके बाद वह सेक्टर 84 में द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने और जनता को संबोधित करने से पहले पैदल ही चार-परत वाले ट्रम्पेट खंडों का निरीक्षण करेंगे.
गौरतलब है कि, बीते रविवार सीएम खट्टर ने साइट पर तैयारियों का निरीक्षण किया था. बता दें कि, इस द्वारका एलिवेटेड एक्सप्रेसवे को 9000 करोड़ की लागत के साथ तैयार किया गया है, जिसमें कई खासियत हैं. चलिए जानते हैं.
ये है द्वारका एक्सप्रेस वे की विशेषताएं
1. 29 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे - 18.9 किमी (लंबाई के अनुसार) हरियाणा में और शेष 10.1 किमी दिल्ली में - राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर शिव-मूर्ति से शुरू होता है और खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास समाप्त होता है.
2. एक्सप्रेसवे आईजीआई हवाई अड्डे के पास शिव मूर्ति को खेड़की दौला टोल से जोड़ेगा, जो गुड़गांव से दिल्ली जाने वाले लोगों के लिए एक बेहतर आवागमन विकल्प के तौर पर सहायक रहेगा.
3. एलिवेटेड आठ-लेन एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे भारत में अपनी तरह का पहला एक्सप्रेसवे है और इसमें सुरंग, अंडरपास, फ्लाईओवर और एलिवेटेड संरचनाएं शामिल हैं.
4. इसमें 34-मीटर चौड़ी ऊंची सड़क, जिसे 9 किमी की लंबाई में एकल स्तंभों द्वारा समर्थित किया है.
5. रिपोर्ट में कहा गया है कि 9,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, इसे चार भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें दो दिल्ली (10.01 किमी) और दो हरियाणा (18.9 किमी) में हैं.
6. इस परियोजना में पर्याप्त निवेश शामिल है, दिल्ली में पहले चरण की लागत 2,507 करोड़ रुपये, दूसरे चरण की 2,068 करोड़ रुपये, तीसरे चरण की 2,228 करोड़ रुपये और चौथे चरण की लागत 1,859 करोड़ रुपये है.
7. इसे चार चरणों में तैयार किया गया है, जो विभिन्न खंडों को कवर करती है. इसमें महिपालपुर में शिव मूर्ति से बिजवासन (5.9 किमी), बिजवासन आरओबी से गुड़गांव में दिल्ली-हरियाणा सीमा (4.2 किमी), दिल्ली-हरियाणा सीमा से हरियाणा में बसई आरओबी (10.2 किमी) तक और बसई से खेड़की दौला क्लोवरलीफ़ इंटरचेंज (8.7 किमी) शामिल है.
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