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पीएम मोदी को नोटबंदी की सलाह देने वाले अनिल बोकिल का दावा, भारतीय अर्थव्यवस्था से पूरी तरह से बाहर हुई नकली करेंसी

अनिल बोकिल लंबे समय से कालेधन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। उनका दावा है कि उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और बताया था कि नोटबंदी की सलाह दी थी।

Updated on: 22 Jan 2017, 11:34 PM

हैदराबाद:

मोदी सरकार को नोटबंदी की सलाह देने वाले औरंगाबाद के मैकेनिकल इंजीनियर और 'अर्थक्रांति' संगठन के संस्थापक अनिल बोकिल का कहना है कि नोटबंदी के बाद अब अर्थव्यवस्था से नकली करेंसी पूरी तरह से बाहर हो चुकी है।

बोकिल ने जूनियर चैंबर इंटरनैशनल (जेसीआई) की ओर से आयोजित सत्र के दौरान कहा, 'अब सभी चीजें पूरी तरह से पारदर्शी है। हालांकि लोग नकली करेंसी को लेकर किसी तरह की चर्चा नहीं कर रहे हैं। दूसरी बात यह कि बैंकों के पास अब पूरी करेंसी आ चुकी है। हमें मूल्यांकन करने में थोड़ा और समय लगेगा।'

अनिल बोकिल ने आगे कहा, 'अभी जांच के लिए कुछ समय चाहिए। इसके बाद ही हम कुछ कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि करेंसी बैन करने की मुख्य वजह यह थी कि पुराने नोट अपेक्षित उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पा रहे थे।'

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बोकिल ने कहा कि बड़े नोटों को बैन करने की मुख्य वजह यह थी कि इनकी जमाखोरी आसान हो गई थी और कई लोगों ने बड़े पैमाने पर इसे जमा कर रखा था। उन्होंने कहा, 'नोटबंदी के फैसले की तीन अहम वजह थीं। पहला कारण यह था कि करेंसी नोटों को लेन-देन का एक मात्र माध्यम नहीं बनना चाहिए। दूसरा कारण यह था कि नोटों के जरिए लंबे समय तक लेन-देन को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। तीसरा कारण यह रहा कि पुराने नोट नकली करेंसी का जरिया बन गए थे।'

'अर्थक्रांति' संगठन के संस्थापक ने कहा कि नकदी लेन-देन का पता लगाना मुश्किल होता है लेकिन डिजिटल पेमेंट में लेन-देन की निगरानी आसान होती है। अनिल बोकिल लंबे समय से कालेधन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। उनका दावा है कि उन्होंने ही पीएम मोदी को नोटबंदी की सलाह दी थी।

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